70 सालों से नहीं बदला बाजार का स्वरुप, दुकानदारों में कई तरह की आशंकायें

साकची बाजार में दुकानदार दहशत में, ग्राहक नदारद
जमशेदपुर, 17 जनवरी (रिपोर्टर) : साकची बाजार में उपायुक्त सूरज कुमार द्वारा की गई कार्रवाई का साफ असर देखा गया. बाजार की सारी दुकानों के सामने कोई सामान नहीं रखा हुआ था. जेएनएसी के पदाधिकारी एवं टाटा स्टील लैंड डिपाटमेंट की ओर से बाजार का मुआयना किया गया. दुकानदारों को कागज थमाकर उनसे संबंधित कागजात मांगे गये. उनसे कहा गया कि वे सारे दस्तावेज जमा करें. दुकानदारों में कार्रवाई के बाद दहशत व्याप्त है. उनका कहना है कि फूटपाथी दुकानदारों में स्थायी दुकानदारों को परेशान किया जा रहा है. फुटपाथी दुकानदारों के लिये पहले से ही चार-चार मार्केट रेडिमेड मार्केट, शालिनी मार्केट, संजय मार्केट और न्यू रेडिमेड मार्केट बनाये गये हैं. बावजूद उसके फूटपाथी दुकानदार साकची बाजार का अतिक्रमण किये रहते हैं. फूटपाथी दुकानदारों को हटाने के नाम पर जो कार्रवाई की जाती है, उसका सीधा असर बाजार में ग्राहकों की संख्या पर भी पड़ रहा है. दुकानदारों का कहना है कि आये दिन बाजार में जिस तरह भगदड़ की स्थिति बन जाती है, उस कारण ग्राहक बाजार आने से कतराने लगे हैं. आज शनिवार होने के बावजूद बाजार में भीड़ काफी कम देखी गई.
जमशेदपुर चैंबर ऑफ कॉमर्स के संरक्षक हरविंदर सिंह मंटू ने कहा कि जिन दुकानदारों ने अतिक्रमण किया है, उनपर कार्रवाई जरुर होनी चाहिये, मगर जिनके पास सही कागजात है और जिन्होंने किसी तरह का अतिक्रमण नहीं किया है, उन्हें परेशान नहीं किया जाना चाहिये. कल चैंबर के पदाधिकारियों ने विधायक सरयू राय को पूरी घटना की जानकारी दी. विधायक इस समय रांची में हैं. उन्होंने चैंबर के पदाधिकारियों से कहा कि वे इस बारे में उपायुक्त से बात करें. मगर आज उपायुक्त कोरोना टीकाकरण में व्यस्त थे. उन्होंने चैंबर के पदाधिकारियों को सोमवार को बातचीत का समय दिया है.
सबसे बड़ी समस्या टीना शेड दुकानदारों (पार्टी बिल्ड स्टॉल) को हो रही है. अधिकांश को आठ गुणा आठ फीट का दुकान आवंटित है. दुकानदारों का कहना है कि 1950 के पूर्व उन्हें यह स्थान आवंटित किये गये थे. इतने सालों में शहर की आबादी अनगिनत गुणा बढ़ चुकी है. अब इतने कम स्थान में वे सामान नहीं रख पाते. उनकी ओर से लगातार अनुरोध किया जाता है कि उन्हें पक्का छत बनाने एवं दुकान को दो-तीन मंजिला करने की अनुमति प्रदान की जाए, मगर ऐसा नहीं किया जा रहा है. उनका कहना है कि अगर ऐसी अनुमति मिल जाती है तो दुकानदारों को बड़ी राहत मिलेगी ही, ग्राहकों को भी काफी सहूलियत होगी. साकची बाजार में एक हजार से अधिक टीना शेड दुकान है. अगर पक्का छत बने और उपर तल में निर्माण की अनुमति मिले तो बाजार का कारोबार कई गुणा और बढ़ जाएगा. उन्होंने कहा कि टाटा स्टील उनसे दुकान का भाड़ा वसूलती है मगर उपर से उन्हें परेशान भी किया जाता है. उन्होंने कहा कि चार-पांच दिन पूर्व बाजार में सायरन बजाती हुई गाड़ी घूम रही थी. ऐसा लग रहा था कि कोई बड़ा हादसा हो गया हो. इसकारण ग्राहकों में भी दहशत हो गया.

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