नव पल्लव की बैठक श्रीमती विजय लक्ष्मी वेदुला के आवास पर हुई।कथा गोष्ठी में 9 कथा वाचन हुआ। संचालन सुष्मिता मिश्रा का स्वागत भाषण संस्था की संस्थापिका माधुरी मिश्रा ने किया।
श्रीमती छाया प्रसाद आघात,मंजू कुमारी साहित्यकार,आलोक मंजरी दुर्लभ दृश्य,डा.सरित किशोरी खुशी, माधुरी मिश्रा रक्षक बना भक्षक,रूबी बालमन की गहरी व्यथा,ममता कर्ण दूसरी औरत, श्रीमती विजय लक्ष्मी वेदुला नन्हीं,प्रणति शरण कल्पतरु।कथा गोष्ठी के अनौपचारिक कविताएं भी पढ़ी गई।रमा सरीपल्ली की मेरी भोली मां, कृष्णा सिन्हा का गीत, संध्या गुंरी की मां तू किस मिट्टी की बनी है। कार्यक्रम के अंत में श्रीमती विजय लक्ष्मी वेदुला ने धन्यवाद ज्ञापित किया। तत्पश्चात उनके हाथ का बना हुआ स्वादिष्ट पूरण पूरी ,और इडली का आनन्द लिया।
माधुरी मिश्रा
