चक्रधरपुर  में चार घंटे तक लगातार पीट पीट कर ले ली लिव इन रिलेशन में रहने वाली महिला की जान, दो बच्चे हो गए अनाथ

थाना सीमा विवाद में घंटो पड़ा रहा महिला का शव

चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन में फूट फूट कर रो रहा यह बच्चा अपनी माँ के लिए रो रहा है. इसकी माँ की एक शख्स ने पीट पीट कर जान ले ली है. छोटा होने के कारण बच्चा अपनी माँ की पिटाई होते हुए देखने के सिवा कुछ नहीं कर पाया, और उसे इस बात का मलाल है. लेकिन आज जब उसके माँ की मौत हो गयी तो माँ के खोने दर्द उसके आंसुओं को देखकर समझा जा सकता है. बच्चा खुद बयाँ कर रहा है कि कैसे उसके माँ को पीट पीट कर मार डाला गया.
मामला चक्रधरपुर के रेलवे कॉलोनी का है, यहाँ हत्या का एक बड़ा मामला सामने आया है. यहाँ एक शख्स ने पीट पीट कर एक महिला की हत्या कर दी है. घटना चक्रधरपुर रेल क्षेत्र के रेलवे हॉस्पिटल के पास की है. बताया जा रहा है कि खानाबदोश की जिंदगी जीने वाली ज्योति अपने पहले पति को छोड़कर अजय लोहार नामक एक शख्स के साथ लिव इन रिलेशन में रहती थी. दोनों भिक्षाटन कर गुजर बसर करते थे. ज्योति के पहले पति से दो बच्चे भी थे. रेल क्षेत्र के इलेक्ट्रिक सब स्टेशन के पास एक पेड़ के नीचे बच्चों के साथ दोनों रहते थे.

शाम को रोज की तरह भिक्षाटन कर ज्योति और अजय लोहार वापस लौटे थे. इसी दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर रेलवे अस्पताल के पास चार बजे शाम को जोरदार झगड़ा हो गया. झगड़ा इतना बढ़ा कि अजय लोहार ने ज्योति को लात घूंसों से पीटना शुरू कर दिया. अजय लोहार लगातार ज्योति की पिटाई कर रहा था. इसे देख कुछ युवकों ने अजय लोहार को रोकने की कोशिश की. जिसके बाद अजय लोहार रोकने वालों से गाली गलौज करने लगा. यह देख लोग वहां से हट गए. लेकिन अजय लोहार की ज्योति की पिटाई नहीं रुकी.

शाम चार बजे से लेकर रात आठ बजे तक अजय लोहार ने ज्योति की पिटाई करते हुए उसे अधमरा कर दिया. जब ज्योति के शरीर में हलचल नहीं दिखी. तो उसे अपनी पीठ में डालकर चावल बोरी की तरह उसे चक्रधरपुर स्टेशन के पार्सल कार्यालय के अन्दर से होते हुए प्लेटफार्म संख्या एक में ले गया. चक्रधरपुर स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या एक में बिस्तर लगाकर पहले बेहोश हुई ज्योति को सुला दिया उसके बाद खुद भी उसके बगल में सो गया. पिटाई से बेहोश ज्योति कि इस बीच रातभर में कब जान निकल गयी पता भी नहीं चला. सुबह तड़के भोर जब उसने देखा की उसकी ज्योति मर चुकी है. तो अजय लोहार चुपके से स्टेशन से भाग निकला.

इसके बाद सुबह होते ही स्टेशन में पड़ी ज्योति की पड़ी लाश की खबर से सनसनी फ़ैल गयी. स्टेशन में पड़ी लाश की जानकारी पर जीआरपी ने शव को अपने कब्जे में लिया और ज्योति के शव को पोस्टमार्टम के लिए चक्रधरपुर अनुमंडल अस्पताल पहुँचाया. वहीँ ज्योति की बेरहमी से पिटाई कर उसे मौत के घाट उतारने वाला अजय लोहार अब भी फरार है. पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई है. इधर सीमा विवाद के कारण जीआरपी और लोकल थाना में मामला शाम पांच बजे तक दर्ज नहीं हो पाया है.
सुबह महिला का शव मिला और देर शाम तक वह थाना विवाद के पचड़े में वहीं पड़ा रहा.अंत में शाम करीब 4:00 बजे जीआरपी थाना ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. जीआरपी थाना का कहना था कि घटना उसके क्षेत्र में नहीं हुई है इसलिए उसका मामला नहीं है जबकि लोकल थाना का कहना था कि शव जीआरपी थाना क्षेत्र में मिला है इसलिए यह मामला उसके अंतर्गत नहीं आता.
स्टेशन की सुरक्षा पर सवाल

इस मामले में स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान खड़ा हो गया है एक शख्स पार्सल गेट से शव को  स्टेशन लाता है और रात भर वहीं पड़ा रहता है.इतनी चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद किसी की नजर इस पर नहीं पड़ी जो बड़ा सवाल खड़ा करता है
अनाथ हो गए बच्चे
बहरहाल अजय लोहार की ​पिटाई से ज्योति की मौत हो गयी, लेकिन ज्योति की मौत से उसके दो छोटे छोटे बच्चे अनाथ हो गए हैं. जो अपनी माँ के लिए फूट फूट कर स्टेशन में रो रहे हैं.

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