मानगो को फ्लाईओवर का निर्माण कार्य गुरुवार से कार्य शुरू हुआ मानगो में स्वर्णरेखा नदी के ऊपर 252 करोड़ रुपए की लागत से काम फ्लाईओवर का निर्माण होगा यह फ्लाईओवर ईपीसी मोड पर बनाया जा रहा है. कार्यकारी एजेंसी गुजरात की दिनेश चंद्र अग्रवाल और इब्रा इस्कॉन की ज्वाइंट वेंचर कंपनी 3.4 किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर का निर्माण करेगी इसके लिए कंपनी खुद अपना डिजाइन बनाएगी मानगो के डिमना रोड और न्यू पुरुलिया रोड की तरफ से कंपनी के कर्मचारियों और अधिकारियों ने लेवलिंग का काम शुरू कर दिया है पथ निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने बताया कि 18 महीने के अंदर फ्लाईओवर का निर्माण कार्य पूरा कर लेना है.
*फ्लाई ओवर निर्माण के बाद शहर वासियों को मिलेगी जाम से मुक्ति: मंत्री बन्ना गुप्ता*
निरीक्षण के बाद मंत्री बन्ना गुप्ता ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा फ्लाई ओवर निर्माण उनका ड्रीम प्रोजेक्ट और मानगो की जनता से किया गया वायदा था जिसे उन्होंने पूरा किया!
कई लोगो ने विभिन्न तरीको से इसमें व्यवधान डालने की कोशिश की, बहुत लोगो ने मेरे इस परियोजना को काल्पनिक और बेकार बताया और दुष्प्रचार किया लेकिन क्षेत्र की जनता और ईश्वर के सहयोग से इसे मूर्त रूप दिया गया!
उन्होंने बताया कि ये जमशेदपुर का पहला फ्लाई ओवर हैं जिसे 18 महीने मे पूरा कर जमशेदपुर की जनता को समर्पित किया जायेगा!वे खुद इसका लगातार मॉनिटरिंग करेंगे ताकि गुणवत्ता पूर्ण कार्य हो और तय समयावधि मे कार्य संपन्न हो!
प्रेस कॉन्फ्रेंस मे मंत्री बन्ना गुप्ता के साथ मनोज झा, प्रभात ठाकुर, संजय तिवारी, कैलाश रजक, बबुआ झा, मनीष दुबे आदि उपस्थित थे!
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया था शिलान्यास
इस फ्लाईओवर का पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शिलान्यास किया था मुख्यमंत्री चंपई सोरेन गुरुवार को जमशेदपुर में थे। उन्होंने मानगो में प्रस्तावित फ्लाईओवर के निर्माण स्थल का जायजा लिया इस मौके पर उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता भी थे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मुख्यमंत्री को बताया कि फ्लाईओवर का निर्माण कैसे होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि स्वर्ण रेखा के ऊपर से फ्लाईओवर जाएगा फ्लाईओवर बनने के बाद मानगो की जनता को आसानी हो जाएगी। मानगो के लोगों को जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा.
जाम से मिलेगी निजात
मानगो के लोगों के लिए जाम सबसे बड़ी समस्या है
दिन रात, शाम हर समय जाम की समस्या बनी रहती है। मानगो को साकची से जोड़ने के लिए अभी स्वर्ण रेखा पर दो पुल हैं एक बड़ा पुल है और दूसरा छोटा पुल है। लेकिन यह नाकाफी साबित होता है।