कारगिल के 526 शहीदों को दी गई श्रद्धांजलि

‘भारत के कोने कोने से आ रही आवाज है ,कारगिल के जवानों तुम पर भारत को है नाज़ है’ कुछ ऐसी ही ओजस्वी कविताओं व नारों से रविवार को बारीडीह रिक्रिएशन सभागार गूंज उठा। मौका था विजय दिवस यानी कारगिल के जवानों के सम्मान का।कारगिल विजय दिवस की 23वीं वर्षगांठ पर पूर्व सैनिक सेवा परिषद जमशेदपुर के बैनर तले कारगिल विजय दिवस का आयोजन किया गया,जिसमें देशभक्तों का जोश देखते ही बन रहा था। शहर के विभिन्न कोने से सभी देशभक्त बारीडीह स्थित रिक्रिएशन क्लब सभागार में एकत्रित हुए, इसके बाद कारगिल के 579 वीर शहीदों,युद्धवीरो और उनके माता-पिता को नमन किया गया। कार्यक्रम का आरंभ विशिष्ट अतिथि एवं मुख्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर हुआ। इसके बाद अतिथियों ने मां भारती एवं शहीदों की फोटो पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। परिषद के महामंत्री अनिल सिन्हा ने संबोधित करते हुए कहा नापाक इरादों से लड़े गए युद्ध का हश्र कभी पाक नहीं हो सकता, इस बात को पाकिस्तान और उसकी सेना बखूबी समझ गई होगी। इस अवसर पर परिषद ने आवाहन किया कि सैनिकों की सम्मान की लड़ाई जारी रहेगी। कार्यक्रम में बैंक ऑफ इंडिया के जोनल मैनेजर अनुज अग्रवाल ने सभी को कारगिल विजय दिवस की शुभकामनाएं देते हुए, वीर शहीदों को नमन किया।कार्यक्रम में समाजसेवी अमर प्रीत सिंह काले,शिव शंकर सिंह,राज कुमार सिंह सहित कई अतिथि शामिल हुए।
कारगिल के शहीदों वीर सैनिकों और उनके परिवार के सम्मान में आयोजित यह कार्यक्रम का आरंभ राष्ट्रीय गीत गाकर किया गया फिर सांस्कृतिक कार्यक्रम मे देशभक्ति नृत्य एवं गीत प्रस्तुत की गई। वीर रस से सराबोर कविताएं ने सबका मन मोह लिया। इसके पश्चात कारगिल युद्ध नायक मानिक वर्धा ने युद्ध का जिवंत दृश्य बताया।
।इस अवसर पर भारत माता की जय, एवं वीर शहीद अमर रहे के नारे से सभागार गुंजायमान रहा।

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