सिद्धू कान्हू उच्च विद्यालय,नरवा पहाड़ में जे आर डी जयंती पर वृक्ष-मित्र कार्यक्रम

फोटो सिन्दु कानू
जमशेदपुर 29 जुलाई संवाददाता जमशेदपुर भारतरत्न जे. आर. डी टाटा के जन्मदिन पर आस्था, जमशेदपुर द्वारा आज केडो, नारवा पहाड़, स्थित सिद्धू कान्हू उच्च विद्यालय में वृक्ष-मित्र कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय के कक्षा 6, 7 एवं 8 के बच्चों को आस्था के अध्यक्ष सुमंत सिन्हा, सचिव प्रशांत कृष्णन, शत्रुघ्न सिंह, चन्द्र प्रकाश द्वारा प्रकृति एवं पर्यावरण के महत्व के बारे में बताया गया तथा उनके बीच घर के अंदर लगाये जाने वाले (इनडोर प्लांट्स ) के 80 पौधे वितरित किए गए।
कार्यक्रम के साथ ही साथ कक्षा नव एवं दस के बच्चों के बीच कक्षा में ही बैठकर पर्यावरण संरक्षण विषय पर चित्रकारी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन आस्था के श्रीमती अनीता सिंह, अनंत कुमार, श्रीमती पी. जयालक्ष्मी, अमित दास, सिद्धार्थ आनंद, श्रीमती दीपिका बनर्जी, बिनोद कुमार एवं श्रीमती इंदिरा पांडे द्वारा किया गया। इसमें प्रत्येक कक्षा से छह सर्वश्रेष्ठ चित्रों के लिए अर्थात कुल 12 बच्चों को पुरस्कृत किया गया। चित्रकारी प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका प्रशांत कृष्णन और पी. वी. हनुमंतराव ने किया तथा प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार वितरण डॉक्टर सी भास्कर राव, विद्यालय समिति के सचिव डॉक्टर रोडेया सोरेन, विद्यालय समिति के अध्यक्ष डॉक्टर जमशेद सरदार और विद्यालय के प्राचार्य बनवारी दास ने किया।
तत्पश्चात् विद्यालय परिसर में विद्यालय के शिक्षकों, छात्रों, विद्यालय समिति के पदाधिकारियों एवं आस्था के सदस्यों द्वारा 20 अशोक वृक्ष तथा 15 नीम वृक्ष के पौधे लगाए गए। वृक्षारोपण कार्यक्रम आस्था के प्रशांत कृष्णन, पी.वी. हनुमंत राव एवं विनोद कुमार के मार्गदर्शन में तथा श्री चंद्रशेखर, श्री अमितेश, विवेक विशाल, अदिकेश भार्गव, श्रीमती महाश्वेता सिंह, शत्रुघ्न सिंह, सिद्धार्थ आनंद एवं कामाख्या प्रसाद के सहयोग से संपन्न हुआ।
विद्यालय समिति के अधिकारियों, प्राचार्य, शिक्षकों एवं कर्मचारियों के बीच डॉ (श्रीमती) सूर्या राव एवं पी. वी. हनुमंतराव द्वारा 50 फलदार वृक्ष के पौधे वितरित किए गए।
सिद्धू कान्हू उच्च विद्यालय, केडो, जमशेदपुर जिला मुख्यालय से लगभग 18 किलोमीटर की दूरी पर अवस्थित है। यहां विद्यालय समिति के सचिव डॉक्टर रोड़ेया सोरेन से ज्ञात हुआ कि यहां आस-पास के लगभग ढाई सौ गरीब बच्चे पढ़ाई करते हैं। 1982 में स्थापित यह विद्यालय क्षेत्र के बच्चों के भविष्य को सुधारने में लगा है। विद्यालय का परीक्षाफल अत्यंत उत्कृष्ट है परंतु दुख का विषय है कि विद्यालय भवन की स्थिति अच्छी नहीं है। कई कमरों में बरसात का पानी चू रहा है। यहां के छात्र आज भी सरकार द्वारा प्रायोजित सभी कार्यक्रम जैसे कि मध्याह्न भोजन, पोशाक, छात्रवृत्ति, नि:शुल्क पुस्तक आदि से वंचित हैं।

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