जादुगोड़ा के दुर्गा प्रसाद मुर्मु को राष्ट्रपति ने संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजा

राज्य के तीन कलाकार हुए सम्मानित
जादुगोड़ा 23 फरवरी
रांची: नई दिल्ली के विज्ञान भवन में गुरुवार को राष्?ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने झारखंड के तीन कलाकारों को संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार प्रदान किया। रांची के अजय मलकानी को नाटक के क्षेत्र में, बोकारो के चेतन जोशी को बांसुरी वादन व जादूगोड़ा के दुर्गा प्रसाद मुर्मू को संगीत व नाटक के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रदान किया।

झारखंड से पहला दिव्यांग आदिवासी दुर्गा प्रसाद का आदिवासी लोक संगीत व नृत्य को बढ़ावा देने को लेकर संगीत

नाटक अकादमी पुरुस्कार ( 2021)से सम्मानित किया गया दुर्गा प्रसाद मुर्मू पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका प्रखंड क्षेत्र के राजदोहा गांव के छोटे से टोला निवासी निवासी है।इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह
सम्मान आदिवासियों के गौरव को बढ़ाया है। उनका बीते कई वर्षो का सपना पूरा हुआ। आगे आदिवासी लोक संस्कृति का प्रशिक्षण कार्यक्रम समेत सरक्षण, संवर्धन व विकास का काम जारी रहेगा।उन्होंने कहा कि आदिवासी लोक सस्कृति बचेगी तभी आदिवासी बचेगा। इस मौके पर पूरे देश से कलाकरो को आमंत्रित किया गया था जहा झारखंड का नेतृत्व दिव्यांग दुर्गा प्रसाद मुर्मू, संथाल राइटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गणेश ठाकुर हासदा संयोजक यशोदा मुर्मू कर रही थी।
पहली बार झारखंड के आधा दर्जन कलाकारों को मिला पुरस्कार
ऐसा पहली बार हुआ कि झारखंड के आधा दर्जन कलाकारों को पुरस्?कार प्रदान किया गया। इसके कुछ दिन पहले 15 फरवरी को दो युवा कलाकारों को उस्ताद बिस्मिल्लाह खां युवा पुरस्कार से नवाजा गया था। अजय मलकानी रांची में लंबे समय से नाटक में सक्रिय हैं। वे राष्?ट्रीय नाट़य़ वि?द्यालय के छात्र रहे हैं और आज भी वे जुड़े हैं। वे रांची में धारित्री कला केंद्र भी चलाते हैं।
बोकारो के रहने वाले हैं चेतन
चेतन के बोकारो के रहने वाले हैं। 22 साल में पहली बार झारखंड के किसी शास्त्रीय कलाकार को यह राष्ट्रीय पुरस्कार मिल रहा है। चेतन पिछले पैंतीस साल से भी अधिक वर्षों से भारत तथा भारत से बाहर अनगिनत कार्यक्रमों में अपना कला का प्रदर्शन कर चुके हैं।

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