भारत और बांग्लादेश के बीच दो मैचों की टेस्ट सीरीज कई मायनों में खास थी. इस सीरीज को जीतकर भारत वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के फाइनल के लिए खुद को मजबूत कर सकता था और हुआ भी यही. भारत ने इस टेस्ट सीरीज को बेहद ही ट्विस्ट एंड टर्न अंदाज में जीता. भारतीय टीम के हेड कोच बने गौतम गंभीर की अगुआई में यह पहली टेस्ट सीरीज थी. इसे जीतकर भारतीय टीम ने टेस्ट में भी गंभीर युग की शुरुआत कर दी है.
भारत ने दो दिन में जीता दूसरा टेस्ट
भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर के लिए इस टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच कई मायनों में ऐतिहासिक रहा. इसे कानपुर में खेला गया था. कानपुर टेस्ट बारिश के कारण देरी से शुरू हुआ था. इसके बाद बारिश के कारण दो दिन तक मैच नहीं खेले जा सके. चौथे दिन भारतीय टीम ने बांग्लादेश को ऑलआउट करने के बाद अपनी पहली पारी खेली और 9 विकेट पर 285 रन बनाकर पारी घोषित कर दी. इसके बाद पांचवें दिन बांग्लादेश को दूसरी पारी में 146 रन पर आउट कर दिया. तब भारत को 95 रन का लक्ष्य मिला था. जिसे भारत ने तीन विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया.
भारत ने 52 ओवर में जीता कानपुर टेस्ट
इस बड़ी जीत में भारत के लिए एक और खास बात यह रही कि भारत ने दूसरे टेस्ट में सिर्फ 52 ओवर ही बल्लेबाजी की. भारतीय टीम ने पहली पारी में 34.4 ओवर बल्लेबाजी की और 9 विकेट पर 285 रन बनाए. इसके बाद दूसरी पारी में भारतीय टीम ने 95 रन का लक्ष्य 17.2 ओवर में हासिल कर लिया. इससे पहले भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच 46.5 ओवर खेलकर जीता था.
गंभीर युग के दूसरे टेस्ट मैच में बने कई बड़े रिकॉर्ड
भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर की यह पहली टेस्ट सीरीज थी. पहली टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच की पहली पारी में भारतीय टीम ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए. भारतीय टीम ने टेस्ट की एक पारी में 3 ओवर में सबसे तेज 50 रन बनाए. इसके बाद वह 10.1 ओवर में टेस्ट में सबसे तेज 100 रन बनाने वाली टीम बन गई. भारतीय टीम महज 18.2 ओवर में टेस्ट में सबसे तेज 150 रन बनाने वाली पहली टीम बन गई है. भारतीय टीम ने टेस्ट में सबसे तेज 200 रन बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया. जिसे भारतीय टीम ने महज 24.2 ओवर में बना लिया. भारतीय टीम 30.1 ओवर में टेस्ट में सबसे तेज 250 रन बनाने का अद्भुत रिकॉर्ड भी अपने नाम करने में सफल रही.