ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी से किया किनारा:दीदी बोलीं- अगर किसी ने गलती की है तो उसे कितनी भी बड़ी सजा मिले, मुझे फर्क नहीं पड़ता

कोलकाता/भुवनेश्वर
बंगाल की मुख्यमंत्री और TMC नेता ममता बनर्जी ने शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी को लेकर पहली बार बयान दिया है। ममता ने सोमवार को कहा कि अगर किसी ने गलती की है तो उसे कितनी भी बड़ी सजा मिले, मुझे फर्क नहीं पड़ता। हम ऐसे लोगों का समर्थन नहीं करेंगे। लेकिन एक निश्चित समय सीमा के अंदर सच्चाई के आधार पर फैसला दिया जाना चाहिए।
बता दें कि शनिवार को ED ने पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया था तो उन्होंने ममता बनर्जी को तीन बार फोन किया था। हालांकि दीदी ने उनका फोन नहीं उठाया। इसके बाद से अटकलें लगाई जा रही हैं कि ममता बनर्जी ने इस पूरे मामले में अपने मंत्री का नाम सामने आने के बाद उनसे किनारा कर लिया है।
भुवनेश्वर एम्स ने कहा- पार्थ की हालत स्थिर
पार्थ चटर्जी सोमवार सुबह कोलकाता से भुवनेश्वर एम्स पहुंचे। जांच के बाद एम्स डायरेक्टर आशुतोष बिस्वास ने कहा कि लंबी बीमारी के चलते उन्हें समस्याएं हो रही हैं। हमने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट कलकत्ता हाईकोर्ट में सबमिट कर दी है। डॉ. बिस्वास ने कहा कि उन्हें सीने में ज्यादा दर्द नहीं है। हालत स्थिर है और उन्हें आज ही डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पार्थ को शनिवार को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद पार्थ ने कहा था कि वे बीमार हैं और उन्हें अस्पाल में भर्ती किया जाए। हाईकोर्ट के आदेश पर पार्थ को कोलकाता के SSKM अस्पताल में भर्ती किया गया था।

लेकिन, इसके बाद ED कलकत्ता हाईकोर्ट गई और कहा कि उन्हें कोलकाता से बाहर किसी अस्पताल में ला जाने का आदेश दीजिए, क्योंकि वे कोलकाता में अपने रसूख का इस्तेमाल कर सकते हैं। ED ने हाईकोर्ट में कहा कि अस्पताल में पार्थ का व्यवहार किसी डॉन की तरह था। इसके बाद हाईकोर्ट ने कहा था कि उन्हें भुवनेश्वर के एम्स ले जाया जाए।

ममता बोलीं- दोषी को सजा मिले, ED ने 14 दिन की रिमांड मांगी
पार्थ चटर्जी के अरेस्ट होने के बाद CM ममता बनर्जी ने बयान दिया है-“मैं भ्रष्टाचार या किसी गलत काम का समर्थन नहीं करती। अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे सजा मिलनी चाहिए, लेकिन मैं अपने खिलाफ चलाए जा रहे दुर्भावनापूर्ण अभियान की निंदा करती हूं। पार्टी या सरकार का उस महिला (अर्पिता मुखर्जी) से कोई सरोकार नहीं है। राजनीति मेरे लिए बलिदान है और तृणमूल चोरों डकैतों को माफ नहीं करती। बीजेपी गलत है अगर उसे लगता है कि वह एजेंसियों का इस्तेमाल करके मेरी पार्टी को तोड़ सकती है। सच्चाई सामने आ ही जाएगी।
ED ने पार्थ से पूछताछ के लिए 14 दिन की रिमांड की मांग की है।
ईडी फिर से कर सकती है पूछताछ

सूत्रों की माने तो पहले दिन ईडी ने पार्थ चटर्जी से मामले से जुड़े कई सवाल पूछे थे, जिनका वह ठीक से जवाब नहीं दे पाए थे. ईडी की सवालों का सामना करने से बचने के लिए उन्होंने खराब सेहत का बहाना दिया था. लेकिन अब आज उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी. जिसके बाद ईडी एक बार फिर उनसे मामले से जुड़े सवाल पूछ सकती है. बताया जा रहा है कि इस मामले में ईडी कोई कई अहम सुराग हाथ लगे है और इस मामले में अभी कई और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है.
गौरतलब है कि ईडी ने पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर पर छापेमारी में 21 करोड़ से ज्यादा की रकम बरामद की थी. इसके अलावा ईडी को उनके घर से 79 लाख के गोल्ड और 54 लाख की विदेशी मुद्रा भी बरामद हुई थी.
ED ने कलकत्ता हाईकोर्ट में AIIMS की रिपोर्ट सौंप दी है, जिसमें बताया है कि वे फिट हैं। इसलिए उन्हें हिरासत में लिया जा सकता है। स्पेशल कोर्ट ने सुनवाई शुरू कर दी है।
पार्थ के भुवनेश्वर पहुंचने पर लोग बोले- बंगाल बर्बाद करके चले आए
ED चटर्जी को एयर एम्बुलेंस से भुवनेश्वर एम्स लेकर पहुंची थी। जहां पार्थ को प्राइवेट वार्ड में एडमिट किया गया। इसके बाद उन्हें स्पेशल केबिन में ले गए। चटर्जी के साथ उनके दो वकील भी थे। इस बीच वहां जमा हुई भीड़ ने पार्थ को देखते ही चोर-चोर चिल्लाना शुरू कर दिया। पार्थ के खिलाफ नारेबाजी भी हुई। लोगों ने यहां तक कहा कि बंगाल को बर्बाद करने के बाद इलाज कराने तुम यहां आए हो।
पार्थ ने ममता को 3 फोन किए, एक भी रिसीव नहीं हुआ
शनिवार को अरेस्ट किए गए पार्थ चटर्जी ने मुख्यमंत्री ममता तक पहुंचने की पूरी कोशिश की थी। ED ने पार्थ को देर रात 1:55 पर गिरफ्तार किया था। इसके बाद उन्होंने ममता बनर्जी को रात 2:33, 3:37 और सुबह 9:35 पर फोन किया था, लेकिन CM ने एक बार भी कॉल रिसीव नहीं किया।
पार्थ चटर्जी को सोमवार सुबह भुवनेश्वर एम्स पहुंचे तो वे व्हील चेयर पर थे।

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