Chas में भयंकर अग्नि कांड :बिजली विभाग के ट्रांसफॉर्मर रिपेयर गोदाम में लगी आग , जलकर खाक

Bokaro,5 April;: चास बिजली विभाग के ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग वर्कशॉप में मंगलवार को दोपहर अचानक आग लगने से पूरे रिपेयरिंग शॉप में आग तेजी से फैल गई ।देखते ही देखते आग की ऊंची ऊंची लपटें और धुएं के काले गुब्बार आसमान पर छा गए। दमकल की गाड़ियां आग पर काबू करने के लिए मशक्कत करती रही, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका । आग की लपटे धीरे धीरे ट्रांसफार्मर रिपेयर वर्कशॉप में जा घुसी। वर्कशॉप में रखें ट्रांसफार्मर और तेल के ड्रम में आग पहुंचने के बाद तेल के ड्रम अचानक फटने लगे। देखते ही देखते पूरे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया ।आवासीय परिसर में रह रहे लोगों को वहां से हटाया गया ।मौके पर चास अनुमंडल पदाधिकारी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने मोर्चा संभाला। झारखंड अग्निशमन सेवा, बोकारो स्टील अग्निशमन सेवा की टीम मौके पर पहुंचकर आग पर काबू करने का प्रयास करती रही । लेकिन आग के काबू होता नहीं देख डालमिया सीमेंट और वेदांता इलेक्ट्रोस्टील कंपनी के फायर ब्रिगेड को भी मौके पर बुलाया गया । हालांकि आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। लेकिन जानकारी के मुताबिक शॉर्ट सर्किट के बाद चिंगारी सूखे पत्तों में गिरी जिसके बाद धीरे धीरे सूखे पत्तों में आग पकड़ने के बाद ऊक्त स्थिति उत्पन्न हुई । जानकारी के मुताबिक वर्कशॉप के अंदर 80 ड्रम तेल रखा हुआ था एक ड्रम में 220 लीटर तेल रखे जाने की क्षमता है। मौके पर बिजली विभाग का कोई भी अधिकारी मौजूद नहीं था,लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है इस अगलगी की घटना में करोड़ों की क्षति हुई। आग लगभग 1:00 बजे लगी एवं लगभग 2 दर्जन से अधिक अग्निशमन दस्ता द्वारा की गई मशक्कत के बाद शाम 6:00 बजे आग पर काबू पाया गया । ऐहतियात के तौर पर पूरे चास की बिजली आपूर्ति काट दी गई थी ।देर शाम बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई। एसडीओ चास का कहना है कि इस घटना में नागरिकों की क्षति नहीं हुई है। आग के फैलाव को देखते हुए आवासीय परिसर को खाली करा लिया गया था। आग पर काबू पाने के बाद लोग अपने अपने घरों में लौट गए । सजगता एवं सतर्कता के कारण बड़ी घटना टल गई । प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घटना का कारण लापरवाही है। शार्ट सर्किट के कारण सूखे पत्ते में आग लगी जो धीरे धीरे तेल के ड्रम तक जा पहुंची लेकिन बगल में स्थित बिजली विभाग के कार्यालय में पदस्थापित अधिकारी एवं कर्मचारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया ,जबकि कुछ लोगों ने आग लगने की सूचना उन्हें दी थी। यदि सूचना के तत्काल बाद कार्रवाई की जाती तो इस घटना को टाला जा सकता था। लगभग 7 घंटे बाद आग पर पूरी तरह काबू पाना संभव। हुआ।

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