रसूखदारों की सारी रणनीति हो गई विफल, चांडिल नगर व्यवसायी समिति का हुआ शपथ ग्रहण सफल

चांडिल । संवैधानिक अधिकार के तहत भिन्न भिन्न नाम देकर संगठन गठन करने की प्रासंगिकता है। वहीं, सामाजिक कार्य करने की खुली छूट भी है। लेकिन, जब एक छोटे से मार्केट पर एक या दो नहीं बल्कि पांच संगठन का गठन हो जाए तो फिर इसे क्या कहेंगे ? हम बात कर रहे हैं सरायकेला खरसवां जिले के चांडिल बाजार की, यहां तकरीबन पांच सौ छोटी बड़ी दुकानें हैं जहां महज एक सप्ताह के भीतर पांच व्यवसायी संगठन बन गए है। इससे लोगों के मन में प्रश्नों की बाढ़ आ गई हैं तो वहीं, प्रशासनिक अधिकारी भी सकते में आ गए हैं।
दरअसल यह पूरा वाकया राजनीति से प्रेरित होकर ही हुआ है जिसमें रसूखदारों की अहम भूमिका है। चांडिल के दुकानदारों का कहना है कि चंद लोग अपनी राजनीतिक साख को डूबने से बचाने की जद्दोजहद में है, इसके लिए पर्दे के पीछे रहकर अलग अलग संगठन गठन करवाया जा रहा है। बताया गया कि चांडिल बाजार के दुकानदारों ने करीब पांच साल पहले संगठित होकर एक संगठन का गठन किया था जिसका नाम चांडिल बाजार समिति रखा गया। दुकानदारों की विभिन्न समस्याओं, बाजार की साफ सफाई, बिजली, पानी के साथ साथ ग्राहकों को तरह तरह की सुविधाएं मुहैया कराने इत्यादि मुद्दों पर ही उक्त संगठन का गठन किया गया था। लेकिन जैसा कि बताया गया, धीरे धीरे यह संगठन अपने मुख्य उद्देश्यों से भटक गया और संगठन पर चंद रसूखदार काबिज हो गए। इससे संगठन का संचालन भी ठप पड़ गया। वहीं, दुकानदारों व ग्राहकों की परेशानियों की सुधि लेने वाले विलुप्त हो गए।
चांडिल के दुकानदारों का कहना है कि रसूखदारों की इस मनमानी और निजी स्वार्थ से नाराज होकर सैकड़ों दुकानदारों ने मिलकर नए संगठन गठन की तैयारी की। बीते दिनों 19 जनवरी को चांडिल स्थित सुमन कुंडू लॉज परिसर में चांडिल बाजार के दुकानदारों ने भव्य बैठक की। वहीं, चांडिल नगर व्यवसायी समिति नामक संगठन गठन किया गया। नियमानुसार समिति का गठन कर 26 जनवरी को शपथ ग्रहण समारोह की घोषणा की गई। उक्त समिति के गठन से उन रसूखदारों की नींद हराम हो गई, जिन्होंने अबतक अपना आधिपत्य जमा रखा था। बताया जाता है कि रसूखदारों ने ठीक दो दिन बाद यानी 22 जनवरी को अपने ही सगे संबंधियों व करीबी लोगों को बैठक कर नये संगठन बनाने के लिए प्रेरित किया। चांडिल हाटतोला में बैठक हुई और चांडिल नगर व्यापारी संघ का गठन कर दिया गया। मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। दो दिन बाद 24 जनवरी को फिर कुछ लोगों ने चांडिल के कुम्हार पाड़ा में बैठक की। वहीं चांडिल नगर व्यवसाय यूनियन नाम का संगठन बना लिया। 25 जनवरी की शाम को कदमडीह व्यवसायी विकास समिति, चांडिल नगर नाम से पांचवे संगठन का गठन किया गया। इस तरह से एक के बाद एक संगठन बनते ही गया। हालांकि, पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत 26 जनवरी की रात को कुंडू लॉज परिसर के हॉल में चांडिल नगर व्यवसायी समिति का शपथ ग्रहण सफल हो गया। यहां शपथ ग्रहण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामा एवं झामुमो के केंद्रीय सदस्य चारू चांद किस्कू उपस्थित हुए। सर्वसम्मति से उन्हें समिति का संरक्षक भी बनाया गया। इस दौरान चांडिल नगर व्यवसाय समिति के संरक्षक चारू चांद किस्कू, संरक्षक सुखराम हेम्ब्रम, लुटु चटर्जी, अध्यक्ष नितेश वर्मा, सचिव आशीष कुंडू, उपाध्यक्ष नवीन पसारी, कोषाध्यक्ष अनिल जालान उर्फ बॉबी जालान, सह सचिव विशाल चौधरी, विश्वजीत दां, सुदीप्तो चटर्जी फकरुद्दीन अंसारी, रूपेश दां, एस लाल, आयुष पसारी, मोहम्मद रहमत, देवदास बनर्जी, कांचन प्रामाणिक व दीपक वर्मा समेत सभी पदाधिकारियों व सदस्यों को कानूनी सलाहकार सह अधिवक्ता महेंद्र महतो ने शपथ दिलाई। समिति के संरक्षक एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामा चारू चांद किस्कू ने कहा कि बहुत जल्द चांडिल बाजार की विभिन्न समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे। वहीं, संरक्षक सुखराम हेम्ब्रम ने कड़े शब्दों में रसूखदारों की निंदा की। उन्होंने कहा कि चांडिल की एकता और भाईचारे को तोड़ने वाले बाज आएं। उन्होंने कहा यह नवगठित समिति झाड़ू की तरह का काम करेगी, बाजार की गंदगी के साथ साथ गंदगी फैलाने वालों की भी सफाई करेगी।

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