चाईबासा-पीएलएफआई एरिया कमांडर लंबू पुलिस मुठभेड़ में मारा गया

चाईबासा पुलिस की विशेष गठित टीम के साथ हुए मुठभेड़ में PLFI एरिया कमांडर लंबू टेबो थाना अंतर्गत तोमरोंग गांव के जंगल में मारा गया है। अग्रतर कार्यवाई की जा रही है। उक्त जानकारी पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने दी है।
बता दें कि पश्चिमी सिंहभूम जिला पुलिस बल की विशेष टीम के साथ हुए मुठभेड़ में पीएलएफआई एरिया कमांडर लंबू मारा गया है. वो टेबो थाना क्षेत्र के तोमरोंग गांव के जंगल में मारा गया है. यह जानकारी पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने दी है. उन्होंने बताया कि आगे की कार्रवाई की जा रही है.

चाईबासा पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि सूत्रों से सूचना मिली थीकि पीएलएफआई कमांडर अपने दस्ते के सदस्यों के साथ टेबो और बंदगांव थाना के सीमावर्ती जंगली क्षेत्र में भ्रमणशील है. किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है.

सूचना मिलने पर विशेष अभियान दल का गठन किया गया और 29 नवंबर से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. इसी दौरान आज सुबह 9 बजे के आसपास तोमरोम के जंगली क्षेत्र में रोरो नदी के किनारे उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ हो गई. बाद में सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख पीएलएफआई के उग्रवादी भाग खड़े हुए.

मुठभेड़ के बाद आस-पास के इलाके में सर्च अभियान चलाया गया. इसी दौरान पीएलएफआई के एक उग्रवादी का शव मिला. जिसकी पहचान एरिया कमांडर रांडुग बोदरा उर्फ लंबू के रूप में की गई. मुठभेड़ स्थल के पास से हथियार कारतू और अन्य सामान भी बरामद किए गए.

दरअसल पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप की गिरफ्तारी के बाद संगठन को लंबू ने संभाल रखा था. खूंटी और चाईबासा जिले के सीमावर्ती इलाकों में लंबू ने अपनी एक हुकूमत कायम कर रखी थी. लंबू को चाईबासा पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया. चाईबासा जिले के टेबो थाना क्षेत्र के तोमरोंग गांव स्थित जंगल में हुई मुठभेड़ में लंबू मारा गया है. खूंटी और चाईबासा जिले के विभिन्न थानों में लंबू के खिलाफ कई नक्सली कांड दर्ज हैं. पुलिस लगातार उसकी गिरफ्तारी को लेकर विभिन्न गांव के जंगलों में छापेमारी करती रही, लेकिन हमेशा पुलिस को चकमा देकर वो भागने में कामयाब हो जाता था.

19 नवंबर को पीएलएफआई का एरिया कमांडर लंबू उर्फ राडूंग बोदरा मुरहू थाना क्षेत्र के रूमजुई गांव रंगदारी मांगने पहुंचा था, नहीं देने पर गाड़ी चालक दीपक सोय का अपहरण कर लिया था. समय रहते पुलिसिया दबाव के कारण उसे छोड़ना पड़ा. बाद में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक देसी राइफल, मैगजीन और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किया था. एसपी अमन कुमार ने बताया कि लंबू के मारे जाने से खूंटी जिले के मुरहू और तोरपा इलाके में भयमुक्त माहौल बनेगा.

लंबू का आपराधिक इतिहास

साल 2022 में दर्ज मामला

खूंटी थाना कांड संख्या-95/22 दि०-24.05.22. अवैध रूप से हथियार एवं गोली के साथ रंगे हाथ पकड़े जाना

साल 2023 में दर्ज मामला

मुरहू थाना कांड संख्या-34/23, दि०-21.07.22., अवैध गोली, पीएलएफआई का पर्चा एवं चोरी के मोटर साईकिल के रंगे हाथ पकड़े जाना
मुरहू थाना कांड संख्या-37/23, दि०-28.07.22, अवैध पिस्टल, गोली, पीएलएफआई का पर्चा, चंदा रसीद के साथ रंगे हाथ पकड़े जाना
मुरहू थाना कांड संख्या-39/23, दि०-06.08.22, पीएलएफआई का पर्चा, चंदा रसीद, अवैध हथियार, गोली एवं लेवी के पैसे के साथ रंगे हाथ पकड़े जाना
मुरहू थाना कांड संख्या-50/23, दि०-08.09.23, अवैध हथियार एवं गोली के साथ रंगे हाथ पकड़े जाना
मुरहू थाना कांड सं0-73/23, दि०-07.12.23, प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का सदस्य होने एवं संगठन के चंदा रसीद तथा चोरी की सवारी गाड़ी रखना

साल 2024 में दर्ज मामला

मुरहू थाना कांड सं0-28/24, दि०-04.04.24, प्रतिबंधित हथियार, गोली एवं पीएलएफआई संगठन का पर्चा रखना
अड़की थाना कांड सं0-24/24, दि०-09.04.24, अवैध हथियार, गोली एवं नक्सली पर्चा के साथ रंगे हाथ पकड़े जाना
मुरहू थाना कांड सं0-24/24, दि०-30.03.24, गुल्लु बाजार के व्यापारियों से लेवी मांगने एवं नहीं देने पर गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी देना
रनिया थाना कांड सं0-14/24, दि०-17.04.24,प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन पीएलएफआई का सदस्य होना, संगठन का सहयोग करना, संगठन का पर्चा रखना, अवैध हथियार गोली रखना, लेवी मांगना एवं लेवी का रूपया बरामद होना
मुरहू थाना कांड सं0-63/24 दि०-20.11.24, वादी के घर पर आकर धमकी देने, तोड़-फोड़ करने एवं एक व्यक्ति को अपहरण कर ले जाना

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