बिग ब्रेकिंग, टाटा स्टील में थोड़ी देर में बोनस समझौता, 300 करोड़ मिलने की संभावना


  1. जमशेदपुर। टाटा स्टील कर्मचारियों का बोनस समझौता आज होगा. बोनस की राशि 290 से 300 करोड़ रुपये तक मिल सकती है. टाटा स्टील प्रबंधन व टाटा वर्कर्स यूनियन के बीच बोनस की राशि को लेकर सहमति बन गई है.
    टाटा वर्कर्स यूनियन वह प्रबंधन के बीच सुबह करीब 10:00 बजे बोनस समझौता पर हस्ताक्षर होगा। इसके बाद 11:00 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। इस वर्ष कर्मचारियों के बोनस राशि पिछले वर्ष से अधिक मिलेगा, लेकिन बोनस योग्य राशि कम होगा. पिछले वर्ष 309 करोड़ रूपये बोनस के में मिला था, यह प्रतिशत में 17.8 प्रतिशत के करीब था, लेकिन इस वर्ष 290 से 300 करोड़ रुपए के बीच बोनस की राशि होगी. यह प्रतिशत के आधार पर करीब 17 प्रतिशत हो सकता है. इसके बावजूद बोनस की राशि में वृद्धि होने का कारण सेवानिवृति, ईएसएस समेत अन्य कारणों से सेपरेट होने से कर्मचारियों की संख्या में कमी आयी है। इनके बेसिक और डीए मैं भी बढ़ोतरी हुई है.
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    टीडब्ल्यूयू: एन एस ग्रेड को बेहतर बोनस नहीं तो हो जाएगा ‘चक्का जाम’
    जमशेदपुर, 27 अगस्त (रिपोर्टर): टाटा स्टील में गुरुवार को बोनस समझौता होने से पहलेग बुधवार को यूनियन के पदाधिकारियों की चमरिया गेस्ट हाउस में बैठक हुई. बोनस समेत अन्य मुद्दों को लेकर हुई बैठक में एनएस ग्रेड के पदाधिकारियों की अध्यक्ष संजीव चौधरी के साथ तीखी बहस हो गयी. एनएस ग्रेड से आने वाले उपाध्यक्ष संजीव तिवारी व सहायक सचिव श्याम बाबू अपने ग्रेड के कर्मचारियों के बोनस को लेकर अध्यक्ष से अलग पैकेज की मांग की इन दोनों पदाधिकारियों का कहना था कि कॉमन वेज स्ट्रक्चर में ओल्ड ग्रेड के कर्मचारियों के बेसिक और डीए में वृद्धि कर दिया गया है. इस आधार पर ओल्ड ग्रेड के कर्मचारियों के बोनस में बढ़ोतरी होगी, हालांकि इसमें उनलोगों को कोई आपत्ति भी नहीं है. लेकिन एनएस ग्रेड के कर्मचारियों का भी बेहतर बोनस होना चाहिए. इसके लिए अध्यक्ष और महामंत्री प्रबंधन से बात कर एनएस ग्रेड के लिए भी एक सम्मानजनक बोनस की राशि सुनिश्चित कराए। एनएस ग्रेड के लिए अलग से कुछ राशि आबंटित कराया जाए. सूत्रों का कहना है कि यूनियन नेतृत्व बार-बार यह बताने की कोशिश करते रहे कि ऐसा नहीं होता है। फिर भी प्रबंधन से बात किया जायेगा. संजीव और श्याम बाबू को अन्य पदाधिकारियों का भी समर्थन मिला. बोनस के अलावा बैठक में कमेटी मेंबरों पर की जा रही कार्रवाई का भी मुद्दा उठा जिसपर नाराजगी व्यक्त किया गया. अध्यक्ष ने बैठक में आश्वासन दिया कि बोनस समझौता के बाद इस मुद्दे पर प्रबंधन के साथ गंभीरता से बात करेंगे. जिस तरह से टाटा स्टील में एन एस ग्रेड के कर्मचारियों की संख्या बढ़ रही है ऐसे में आने वाले चुनाव में एन एस ग्रेड कमेटी सदस्यों का दबदबा रहेगा, जो भी पदाधिकारी उनके विरोध में दिखेंगे उनका
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