इनकी घर वापसी कब?:वोटिंग के लिए केरल से बंगाली प्रवासियों को लेकर 300 बसें मुर्शिदाबाद आई थीं, एक हजार से ज्यादा ड्राइवर और खलासी फंसे हुए हैं


कोलकाता

बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद पहले आंशिक और फिर ममता सरकार की तरफ से पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई है। इस बीच मुर्शिदाबाद जिले में चुनाव के दौरान केरल से अपनी बसों में प्रवासी बंगालियों को लेकर आए लगभग 1000 से ज्यादा बस के ड्राइवर और खलासी अपने प्रदेश वापसी की राह देख रहे हैं। बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान केरल के विभिन्न जगहों से कुल मिलाकर 300 से ज्यादा बसें प्रवासी बंगालियों को लेकर मुर्शिदाबाद आई थी। हर बस में दो ड्राइवर और एक खलासी केरल के हैं।
केरल के कोच्चि के रहने वाले संगीत और शरद कुमार बताते हैं कि मतदान के लिए केरल में नौकरी कर रहे प्रवासी बंगालियों को लेकर उनकी बसें मुर्शिदाबाद जिले के डोमकल और जलंगी सहित पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में पहुंची थी। मतदान की पूरी प्रक्रिया पूरी हो जाने और नतीजे घोषित होने के बाद प्रवासी बंगाली फिर से नौकरी करने उनके बसों से केरल वापस लौटने वाले थे। लेकिन, पहले उनके बसों को किराए पर लेने वाले एजेंटों ने उन्हें धोखा दिया। उन्हें उनके किराए का भुगतान नहीं किया गया। और फिर ममता बनर्जी ने शपथ लेते ही आंशिक लॉकडाउन की घोषणा कर दी।
बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में फंसे केरल के ड्राइवर और खलासियों का कहना है कि वे जल्द से जल्द अपने घर लौटना चाहते हैं। यहां उन्हें कई मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है।
केरल के कुल्लम इलाके के रहने वाले मोहम्मद शफीक व एर्नाकुलम के रहने वाले विष्णु सुभद्रा बताते हैं कि शनिवार को जब बंगाल सरकार के मुख्य सचिव अलापन बंदोपाध्याय ने बंगाल में पूरी तरह से लॉकडाउन की घोषणा की तो उनके सिर पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है। लगभग 3 सप्ताह तक अपने घर से बाहर रहने के कारण उनके जेब में जो पैसे थे वह भी खत्म होने के कगार पर है ।
आलम तो यह है कि रात को सिर छुपाने के लिए उनके पास ना तो कोई रिलीफ कैंप है ना ही कोई सरकारी सहायता मिल रही है। उन्हें अपने बसों रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यहां तक कि खाने के लिए भी कुछ नहीं मिल रहा है। बिस्किट खाकर गुजारा करना पड़ रहा है। दूसरी तरफ केरल से उनके सगे संबंधियों, बच्चों और माता-पिता के लगातार फोन आ रहे हैं। वे उनके लौटने की राह देख रहे हैं। बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में फंसे केरल के ड्राइवर और खलासियों का कहना है कि उनके सामने उम्मीद की कोई किरण नहीं दिख रही है ।
इस मामले को लेकर मुर्शिदाबाद जिले के एसपी शर्वरी राजकुमार और डीएम शरद कुमार द्विवेदी ने कहा है कि पुलिस और प्रशासन की तरफ से हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और राज्य सरकार से बातचीत करके लॉकडाउन के नियमों के दायरे में रहकर उनके वापसी की व्यवस्था हो पाई तो पुलिस और प्रशासन उसे भी सुनिश्चित करने की कोशिश करेगा।

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