जिला प्रशासन ने 90 वर्ष पुरानी ‘लक्ष्मी मेंशन’ को घोषित किया है ‘कंडम’, तोडऩे में नहीं मिल रहा सहयोग
जमशेदपुर, 1 जुलाई (रिपोर्टर) : बिष्टुपुर ट्रैफिक सिग्नल के पास मेन रोड पर स्थित ‘लक्ष्मी मेंशन’ नामक जर्जर भवन एक बड़े हादसे को न्योता दे रहा है. मंगलवार को इसी बिल्डिंग में संचालित श्रीनाथ यूनिवर्सिटी के सिटी ऑफिस में दो जानलेवा घटनाएं हुईं, जिनमें जानमाल की बड़ी क्षति होते-होते टल गई. सुबह ऑफिस खुलने के कुछ समय बाद चांसलर चैंबर की छत अचानक भरभराकर गिर पड़ी. फॉल सीलिंग सहित छत का मलबा वहां गिरा, जहां से महज एक मीटर की दूरी पर कर्मचारी बैठकर काम कर रहे थे. लगातार बारिश के कारण भवन में जगह-जगह पानी रिस रहा है, और बाल्टियों से टपक रहे पानी को रोकने की व्यवस्था की गई है.
इस घटना से अभी उबरे भी नहीं थे कि एक घंटे के भीतर ही वेटिंग एरिया का छज्जा भी टूटकर गिर गया. संयोग अच्छा था कि उस वक्त कोई अभिभावक वहां मौजूद नहीं थे, वरना एक और बड़ा हादसा से इंकार नहीं किया जा सकता है. गौरतलब है कि यह भवन वर्ष 1936 में बना था और गत 6 जुलाई, 2021 को ही जेएनएसी व भवन निर्माण विभाग ने इसे ‘कंडम’ घोषित कर दिया है. प्रशासन को इसकी जानकारी होने के बावजूद अबतक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. मंगलवार की घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन यह साफ है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो यहां भविष्य में कोई बड़ी त्रासदी टल नहीं सकेगी.
भाड़े के दुकानदारों पर भी मंडरा रहा खतरा
मिली जानकारी के अनुसार उक्त जर्जर भवन में वर्तमान में लगभग 25 दुकानदार भाड़े पर है. भवन में कोई भी अनहोनी होने पर दुकानदारों के साथ-साथ वहां आनेवाले ग्राहकों पर भी खतरा मंडरा रहा है. इसके अलावा बिल्कुल मेन रोड में होने के कारण उक्त भवन के आसपास हमेशा भीड़ लगी रहती है और देर रात तक वाहनों का आनाजाना रहता है. श्रीनाथ यूनिवर्सिटी के कर्मियों के साथ-साथ दुकानदार एक तरह से अपनी जान जोखिम में डालकर वहां काम कर रहे हैं. लोगों ने आशंका जताई कि प्रशासन की उदासीनता से कोई बड़ा हादसा न हो जाए.
एमजीएम में मई माह में हुआ था हादसा
ज्ञात हो कि कुछ दिनों पूर्व एमजीएम बिल्डिंग (साकची) के बी ब्लॉक मेडिसिन विभाग का तीसरा तल्ला का छज्जा गत 3 मई को गिर गया था. मलबे में दबकर घटनास्थल पर ही दो लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गये थे. इसके बाद डिमना में बने एमजीएम नई बिल्डिंग में इसे शिफ्ट करने को लेकर प्रशासन रेस हुआ.