पुलिस कस्टडी में पूर्व नक्सली कुंदन पाहन ने तमाड़ से किया नामांकन, झापा ने उम्मीदवारी की निरस्त

रांची ,18 नवंबर (ईएमएस) : कुंदन पाहन सोमवार को पुलिस कस्टडी में जेल से बुंडू जाकर तमाड़ विधानसभा सीट से चुनाव लडऩे के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर कुंदन पाहन ने कहा कि मैं जनता की समस्या को दूर करने के लिए राजनीति में आना चाहता हूं। इधर, झारखंड पार्टी (झापा) ने कुंदन पाहन की उम्मीदवारी को निरस्त कर दिया।
नामांकन के बाद कुंदन पाहन ने पुलिस वैन में बैठकर ही मीडिया से बात की। उसने कहा कि आज जनता गरीबी से मर रही है। भूखमरी से मर रही है इसे मैं दूर करना चाहता हूं। इससे पहले भी मैं जनता के लिए ही काम कर रहा था पर वो रास्ता गलत था। वहीं, झापा सुप्रीमो एनोस एक्का ने कहा कि कन्फयूजन में उसे टिकट दिया गया था। रविवार रात में केंद्रीय कमिटी ने निर्णय लिया कि उनके टिकट को वापस लिया जाए।
कुंदन पाहन पर 77 हत्या समेत 120 केस दर्ज
भाकपा माओवादी के झारखंड रीजनल कमेटी का सचिव रहा 15 लाख रुपए के इनामी कुंदन पाहन ने मई 2017 में सरेंडर किया था। उस पर पूर्व मंत्री रमेश ङ्क्षसह मुंडा, सांसद सुनील महतो, डीएसपी प्रमोद कुमार और इंस्पेक्टर फ्रांसिस इंदवार की हत्या समेत हत्या के 77 माले दर्ज हैं। आईसीआईसीआई बैंक के कैश वैन से पांच करोड़ रुपए और एक किलो सोना लूटने में भी वह आरोपी है। उस पर कुल 120 केस दर्ज हैं।
तमाड़ सीट पर लड़ाई हुई रोचक
इस विधानसभा चुनाव में तमाड़ सीट पर लड़ाई खासी रोचक होने वाली है। दरअसल, यहां से विधायक रहे पूर्व मंत्री रमेश ङ्क्षसह मुंडा के हत्यारोपी नक्सली कुंदन पाहन के साथ ही हत्या की सुपारी देने के आरोपी पूर्व विधायक राजा पीटर भी यहां चुनाव मैदान में हैं। वहीं, रमेश ङ्क्षसह मुंडा के पुत्र और इस सीट से निवर्तमान विधायक विकास ङ्क्षसह मुंडा भी इस बार झामुमो के टिकट पर यहां चुनाव लड़ रहे हैं। 2014 में विकास ने ये सीट आजसू के टिकट पर जीती थी।

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