चार दिवसीय मानभूम महोत्सव के अंतीम दीन कलाकारों ने विखेरा सांस्कृतिक छटा

रवि सेन
चांडिल: ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के चोगा मे सांस्कृतिक कला निदेशालय पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकुद एवं कार्य विभाग झारखंड सरकार के सौजन्य से नटराज कलाकेंद्र चोगा के तत्वावधान मे चार दिवसीय मानभूम महोत्सव सह सांस्कृतिक कार्यशाला का सोमवार को छऊ नाच, पांचपरगना नाचनी नाच, मुंडारी नाच, पांतां नाच, झुमर नाच, पाईका व संथाली नाच का प्रदर्शन के बाद समापन किया गया. इस दौरान पंचपरगनिया संस्कृति का रासलीला, छऊ मे अभिमन्यु वध, मुंडारी में विरसा नृत्य से दर्शकों व अतिथियों का मन मोह लिया. इस दौरान विधायक सविता महतो ने कहा कि संस्कृति हमारी पहचान है. संस्कृति को बचाना हम सबों का दायित्व है. उन्होंने कहा कि संस्कृति बचाने का जो संकल्प नटराज कला केन्द्र उठाया है व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने का काम किया है उसे सरकार हर संभव सहयोग करेगी. राष्ट्रीय व अन्र्तराष्ट्रीय छऊ ख्याति प्राप्त सह नटराज कलाकेंद्र के सचिव प्रभात कुमार महतो ने संबोधन में कहा कि झारखंडी संस्कृति में बहुत सारे कला विलुप्तप्राय हो गया है जिसे बचाए रखना एक चुनौती है. मालुम हो कि शुक्रवार से तीन दिन तक सांस्कृतिक प्रशिक्षण व अंतिम में प्रदर्शन व प्रस्तुति किया गया. कार्यशाला इस दौरान पूर्वी सिंहभूम के जिला कृषि पदाधिकारी कालीपद महतो, झामुमो के केन्द्रीय सदस्य काबलु महतो, मुखिया पंचानन पातर, रामेश्वर उरांव, नयन सिंह मुंडा, भिषमदेव महतो, ठाकुर दास महतो, उपेन चन्द्र महतो, उमाकांत महतो आदि हजारो कि संख्या में दर्षक उपस्थित थे.

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