चुनाव आयोग को घेरने के चक्कर में फंस गए तेजस्वी यादव? दो वोटर कार्ड रखने का आरोप; जांच की मांग

 

बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के एसआईआर के बाद वोटर लिस्ट में नाम नहीं होने के दावे को चुनाव आयोग ने झूठा बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है। आयोग ने सबूत समेत वोटर लिस्ट में क्रमांक 416 पर तेजस्वी का नाम दिखाया है। अब इस मामले पर बीजेपी ने चुनाव आयोग से जांचकी मांग की है। बिहार भाजपा के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि कहा तेजस्वी की प्रेस कॉन्फ्रेस से साफ हो गया है कि वो दो या उससे भी अधिकवोटर आई कार्ड बनवा रखे हैं और बिहार की जनता को गुमराह करना चाहते हैं।

वीडियो जारी कर नीरज कुमार ने चुनाव आयोग से मांग की, कि धारा 171 एफ आईपीसी तथा अन्य अपराधिक मुकदमा दर्ज कर उनके वोटिंग अधिकारको अस्थाई रूप से निलंबित किया जाए और अन्य कानूनी धाराओं के तहत कैद और जुर्माने की प्रक्रिया चालू की जाए। तेजस्वी का यह फ्रॉड एक गंभीरमामला है और इसकी भी जांच होनी चाहिए की आरजेडी ऑफिस से कितने नकली वोटर आई कार्ड बनाए गए हैं।

वहीं भाजपा नेता निखिल आनंद ने भी ट्वीट कर तंज कसा है। उन्होने कहा कि प्रिय भाई तेजस्वी यादव! अगर आपका नाम वोटर लिस्ट में नहीं है, तोचिंता न करें। हमें आपका नाम वोटर लिस्ट में मिल गया है। अब आप चुनाव कैसे लड़ेंगे, इसकी चिंता छोड़ दीजिए। अब आप बेफिक्र होकर चुनाव लड़सकते हैं।

बताया जा रहा है कि तेजस्वी ने प्रेस से EPIC नंबर (RAB 2916120) साझा किया था, जो किसी भी आधिकारिक डेटा बेस, ड्राफ्ट रोल  या वोटर लिस्ट में मौजूद नहीं है। आयोग ने इस आधार पर आशंका जताई है कि यह फर्जी पहचान पत्र हो सकता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चुनावआयोग ने तेजस्वी यादव के दूसरे वोटर ID कार्ड की जांच शुरू कर दी है।
तेजस्वी के दावे पर एनडीए नेताओं ने उठाए सवाल

बिहार एनडीए के घटक दलों के प्रवक्ताओं ने रविवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और राजद के नेता तेजस्वी यादव पर जमकर सियासी हमला बोला. इस संयुक्त प्रेस वार्ता में राजद के नेता तेजस्वी यादव के दो मतदाता पहचान पत्र होने पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि मतदाता सूची में नाम नहीं होने का दावा कर विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी ने सनसनी पैदा करने की कोशिश की, लेकिन चुनाव आयोग ने तुरंत ही बताया कि उनका नाम मतदाता सूची में है. इसके बाद उन्होंने नया एपिक नंबर दिखाकर अलग बात कही.
दो एपिक नंबर कहां से आया?

एनडीए प्रवक्ताओं ने दो एपिक नंबर पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह आया कहां से? कोई भी व्यक्ति दो मतदाता पहचान पत्र नहीं रख सकता है. अगर

रखता है तो यह अपराध है. एनडीए के प्रवक्ताओं ने साफ कहा कि चुनाव आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए और तत्काल इस मामले को लेकर

तेजस्वी यादव पर मुकदमा दायर करना चाहिए.

इस प्रेस वार्ता में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अजय आलोक, जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार, लोजपा (रामविलास) के राजेश भट्ट, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के श्याम सुंदर और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रवक्ता नितिन भारती और भाजपा के मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल उपस्थित रहे.

एनडीए के प्रवक्ताओं ने प्रेस वार्ता में कहा कि इंडी गठबंधन लगातार चुनाव हार रहा है लेकिन इनके नेताओं को अक्ल नहीं आ रही है. तेजस्वी यादव के पास दो एपिक पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि यह मामला गंभीर है. एनडीए ने पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है.

 

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