26 पॉइंट 5 भत्ता , 13% एमजीबी ,6% पेंशन तथा 10 वर्ष के वेज रिवीजन की अवधि पर हुई सहमति
Bokaro,21 Oct: गुरुवार को नई दिल्ली में संपन्न हुई NJCS की बैठक में अंततः सेल कर्मियों की वेज रिवीजन पर सहमति बन गई .चार में से तीन मुद्दों पर पहले सहमति बन गई थी ,लेकिन भत्ता को लेकर मामला अटका हुआ था ।इसके पूर्व 19 बैठकें हो चुकी है, लेकिन सहमति नहीं हुई ।मजदूर संगठनों का 35% पर्क की मांग थी ,लेकिन प्रबंधन 20% से अधिक देने के लिए तैयार नहीं था। गुरुवार को हुई बैठक में प्रारंभ में प्रबंधन की ओर से 22% का प्रस्ताव दिया गया ,जबकि मजदूर संगठनों ने 28% का प्रस्ताव दिया। इंटक के संजीवा रेड्डी ने 25% का प्रस्ताव दिया जिसे बाकी नेताओं ने इंकार कर दिया ।दोनों पक्षों के बीच आगे पीछे बढ़ने का सिलसिला रात्रि 9:00 बजे तक जारी रहा ।26 पॉइंट 5 पर एटक ,इंटक तथा एचएमएस के नेताओं ने सहमति जताई जबकि सीटू तथा भारतीय मजदूर संघ के प्रतिनिधियों का कहना था कि 27% से कम नहीं लेंगे। बैठक में उपस्थित 25 नेताओं में से 14 नेता 26 पॉइंट 5 तैयार हो गए जिसके कारण सहमति बन गई ।इसके पूर्व 13% एमजीबी तथा वेज रिवीजन की अवधि 10 वर्ष पर सहमति बन चुकी थी 1 अप्रैल 2020 से वेज रिवीजन लागू होगा तथा एरियर मिलेगा जबकि मजदूर संगठनों की मांग 15% एमजीबी ,35% पर्क तथा 9% पेंशन के साथ-साथ 1 जनवरी 2017 की तिथि से एरियर का भुगतान का मुद्दा था जो संभव नहीं हो पाया । दूसरी ओर बैठक में ठेकेदार मजदूरों का वेतनमान ,निलंबित किए गए मजदूरों की निलंबन वापसी तथा भद्रावती स्थानांतरित किए गए मजदूरों का स्थानांतरण रद्द किए जाने के मामले पर बैठक में कोई चर्चा नहीं हुई जिसके कारण सेल के मजदूरों में इस सहमति को लेकर आक्रोश है। नन एनजेसीएस मोर्चा के नेता बीके चौधरी ने इसे मजदूर विरोधी समझौता करार दिया है । एचएमएस के राजेंद्र सिंह, इंटक के वीरेंद्र चौबे ,एटक के रामाश्रय सिंह ने कहा कि अन्य मुद्दों पर अगली बैठक में बातचीत होगी ।