गुजरांवाला
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर पाकिस्तान के गुजरांवाला के अल्ला हू चौक पर जानलेवा हमला हुआ है. बताया जा रहा है कि उनके दोनों पैरों में गोलियां लगी हैं. इमरान को लाहौर के शौकत खानम अस्पताल ले जाया जा रहा है. अस्पताल में चार सदस्यीय टीम बनाई गई है. डॉक्टर फैसल टीम के चीफ होंगे. रिपोर्ट्स के मुताबिक, गोलीबारी में इमरान खान के अलावा फैसल जावेद, अहमद छट्टा और चौधरी यूसुफ जख्मी हुए हैं. कथित तौर गोलीबारी में एक शख्स की मौत हो गई है और कुल छह लोग घायल हुए हैं. इमरान खान के आजादी मार्च के दौरान गोलीबारी की वारदात को अंजाम दिया गया. बताया जा रहा है कि दो हमलावरों ने गोलीबारी को अंजाम दिया, जिसमें से एक की मारे जाने की खबर है.
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान के दाहिने पैर में गोली लगी है। घटना में इमरान के एक सांसद फैसल जावेद समेत 4 समर्थक जख्मी हुए हैं। पुलिस ने फायरिंग करने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है।
‘डॉन न्यूज’ के मुताबिक, इमरान जिस कंटेनर पर मौजूद थे। उसके करीब फायरिंग हुई। यह पंजाब के वजीराबाद इलाके में आता है। इमरान ने पिछले हफ्ते शाहबाज शरीफ सरकार के इस्तीफे और जल्द से जल्द जनरल इलेक्शन की मांग को लेकर लॉन्ग मार्च शुरू किया था। इस लॉन्ग मार्च के शुरू होने के बाद अलग-अलग वजहों से एक महिला पत्रकार समेत तीन लोगों की मौत हो चुकी है।
30 अक्टूबर को महिला पत्रकार कंटेनर के नीचे आई, मौत
इमरान खान के लॉन्ग मार्च में पिछले रविवार यानी 30 अक्टूबर को कंटेनर से कुचलकर एक महिला पत्रकार की मौत हो गई थी। कहा जा रहा है कि उन्हें धक्का दिया गया। इससे सवाल उठ रहा है कि यह कहीं हत्या तो नहीं। जान गंवाने वाली सदफ नईम चैनल 5 की रिपोर्टर थीं। वे इस लॉन्ग मार्च को कवर कर रहीं थीं। उन्होंने एक दिन पहले ही इमरान का इंटरव्यू भी लिया था। पूरी खबर पढ़ें…
7 महीने में दूसरा लॉन्ग मार्च
मई में भी इमरान ने लॉन्ग मार्च निकाला था और उस दौरान जबरदस्त हिंसा हुई थी। उस मार्च का ऐलान करते वक्त खान ने कहा था- मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मैं सियासत नहीं, जिहाद करने के लिए निकला हूं। सरकार को 6 दिन का वक्त दिया है। अगर उन्होंने चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं किया तो हम फिर इस्लामाबाद पहुंचेंगे और इस बार तब तक नहीं लौटेंगे, जब तक चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हो जाता।
इस मार्च में लोग नहीं जुटे तो खान ने इसे वापस ले लिया। कहा- इस्लामाबाद का लॉन्ग मार्च और धरना मैंने इसलिए खत्म कर दिया, क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि बेगुनाह लोगों का खून बहे। पुलिस ने हमारे लोगों पर आंसू गैस छोड़ी और लाठीचार्ज किया। इस मार्च के कुछ दिन पहले फौज ने इमरान को मैसेज भेजा था कि वो अमेरिका के खिलाफ बयानबाजी न करें। खान नहीं माने और उन्होंने अमेरिका के साथ ही पाकिस्तान की भी फौज पर तंज कस दिए। .