रांचीः सूबे के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी के पुत्र कृष अंसारी फिर से विवादों में घिर गए हैं. इस बार उनका एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वो चलती कार के सन रुफ से बाहर निकल कर हाथ हिला रहे हैं. कई गाड़ियां आगे पीछे दौड़ रही हैं. फिल्मी ट्रेलर की तरह वीडियो को तैयार किया गया है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। प्रशासन ने इसे गंभीर सुरक्षा उल्लंघन माना है।रांची के डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने इस घटना पर संज्ञान लिया है और जिला परिवहन पदाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
बता दें कि यह वीडियो सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहा है. सवाल उठाया जा रहा है कि आम लोग ऐसा करते तो मोटर व्हीकल एक्ट के सेक्शन 184
के तहत एक से दस हजार तक का जुर्माना या 6 माह की सजा हो जाती.
पिछली बार अस्पताल वाले रील्स की वजह से थे विवादों में
दरअसल, इसी साल जुलाई माह में कृष अंसारी का एक वीडियो वायरल हुआ था. उसमें वे अपने कुछ दोस्तों के साथ अस्पताल में मरीजों से बात करते
दिख रहे थे. मरीज से कह रहे थे कि तकलीफ होगा तो बताइएगा. कृष के कुछ मित्र अस्पताल के स्टाफ से उनका परिचय मंत्री पुत्र के तौर पर करा रहे
थे. विवाद बढ़ने पर खुद स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने सफाई दी थी.
वह अपने पुत्र को लेकर संसदीय कार्यमंत्री राधाकृष्ण किशोर के पास भी गए थे. तब कृष का बचाव करते हुए राधाकृष्ण किशोर ने बयान जारी कर कहा
था कि कृष का रील बनाना नादानी हो सकती है. इसको पिता के अधिकारों का दुरुपयोग नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने कहा था कि कृष सिविल
इंजीनियरिंग के फर्स्ट सेमेस्टर के छात्र हैं. उन्हें 92 प्रतिशत अंक आए हैं.
वह ट्यूशन टीचर आदित्य कुमार झा के कहने पर रिम्स गए थे. वहां टीचर के पिता का ऑपरेशन हुआ था. इसी दौरान आसपास के बेड पर जामताड़ा के
मरीज थे. उन्हीं से कहा था कि तकलीफ होगी तो बताइएगा. उसी दिन कृष ने एक मरीज को खून भी मुहैया करवाया था. पारस अस्पताल में अपने
मित्र के भाई को देखने गए थे. इस मसले को भाजपा ने जोर शोर से उठाया था. इस बीच कृष अंसारी एक नये रील को लेकर फिर से विवादों में आ
गये हैं. इसबार खुद रांची के डीसी ने वीडियो की जांच कर मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दे दिया है.