जमशेदपुर, 16 सितंबर: जमशेदपुर के ग्रेजुएट कॉलेज में हिंदी विभाग ने कल हिंदी दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार पाण्डेय उपस्थित थे।
अपने संबोधन में डॉ. पाण्डेय ने हिंदी को सहज अभिव्यक्ति की भाषा बताते हुए कहा कि यह विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा बन गई है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि हिंदी हमें संस्कृति, सांस्कृतिक परंपराओं और प्रकृति के प्रति हमारे योगदान को समझने में मदद करती है। उन्होंने कहा, “भले ही हिंदी आधिकारिक तौर पर राष्ट्रभाषा न हो, लेकिन व्यावहारिक रूप से यह राष्ट्रभाषा के पद पर स्वतः विराजमान है।”
डॉ. पाण्डेय ने विभिन्न क्षेत्रों, जैसे कि प्रौद्योगिकी, विज्ञान और व्यापार में हिंदी के बढ़ते उपयोग पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने हिंदी के छात्रों से इसके निरंतर विकास के लिए सक्रिय रहने का आग्रह किया और उनसे जीवन के हर क्षेत्र में हिंदी का उपयोग करने और हिंदी में हस्ताक्षर करने का संकल्प लेने को कहा। उन्होंने यह भी बताया कि हिंदी एक सरस भाषा है, जो अवसाद के इस दौर में और भी महत्वपूर्ण हो जाती है।
इस अवसर पर, अन्नु कुमारी और हेमलता कुमारी ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का संचालन सेमेस्टर 4 की छात्रा श्रुति चौधरी ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन सेमेस्टर 3 की छात्रा साईका परवीन ने किया।
इस संगोष्ठी में पूनम कुमारी, शबनम परवीन, अंजलि कुमारी, सेतू सिंह, अनुभा कुमारी, ज्योति सूरजल, यशस्वी सूरजल, दलीरानी महतो, नाजिया परवीन, पूजा नायक, सरला नायक, खुशबू कुमारी, सोनी कुमारी, प्रियंका महतो और कई अन्य छात्राएं उपस्थित थीं।