मोक्ष और ज्ञान की भूमि गयाजी में देश के प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी शुक्रवार को विशेष विमान से गया अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचे. एयरपोर्ट से सीधे वो विष्णुपद मंदिर पहुंचे और विष्णुपद मंदिर में अपने पुर्वजों का पिंडदान किया. इस दौरान जिला प्रशासन के जरिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी.
पिंडदान के लिए मंदिर परिसर में ही घेरा बनाया गया है. मुकेश अंबानी ने विष्णुपद मंदिर परिसर में ही पिंडदान किया, इसके बाद फल्गु नदी में तर्पण किया. गयापाल पुरोहित सह श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल ने वैदिक मंत्र उच्चारण के साथ कर्मकांड संपन्न कराया.
रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी अपने बेटे अनंत अंबानी के साथ विशेष विमान से गयाजी पहुंचे थे. अपने पितरों का उद्धार और मोक्ष की कामना को लेकर दोनों ने पिंडदान, तर्पण और कर्मकांड को पूरा किया. कर्मकांड करने के बाद वह परिवार के साथ विशेष विमान से मुंबई के लिए रवाना होंगे.
वहीं उनके आगमन के पूर्व विष्णुपद मंदिर परिसर में जिला प्रशासन के जरिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई. इस दौरान आम नागरिकों के लिए आवागमन को बंद कर दिया गया था.
धार्मिक ग्रंथों में ऐसी मान्यता है कि पितृपक्ष मेला अवधि के दौरान पिंडदान, तर्पण, श्राद्ध कार्य गया जी में करने से पितरों का उद्धार और मोक्ष की प्राप्ति होती है. यही कारण है कि इस अवधि में देश विदेश से लाखो की संख्या में हिन्दू सनातन धर्मावलंबी यहां आते है।ग्रंथों में वर्णित है कि त्रेता युग में भगवान श्री राम और सीता ने भी पिंडदान किया था.