डुमरिया 25 सितंबर पूर्वी सिंहभूम जिले के डुमरिया प्रखंड के डुमरिया भालुकपातडा कुमडाशोल के अलावे बड़ा बोतला सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमिटी कुछ अलग ही अंदाज पेश करता है ।ं यहां हर साल की भांति इस वर्ष भी नवमी के दिन भेड़ बकरे के अलावे एक भैंसा की बलि चढायी जायेगी . इसे देखने के लिए भारी भीड़ जमा होती है । इस संबंध में बड़ा बोतला सार्वजनिक पूजा कमिटी के अध्यक्ष देवानंद दास ने बताया कि यहां राजा उद्धव सरदार द्वारा पूजा की शुरुआत हुई थी ।जो कि 54 मौजा के राजा हुआ करतें थे । इसके बाद उनकी इस परंपरा को उनके बेटे धनंजय फिर उनके बेटे शशिभूषण द्वारा निभाई जाती थी । शशिभूषण दास के बाद उनके बेटे दुर्गा प्रसाद दास और अब गौरीशंकर दास इस परंपरा को निभा रहे हैं .
चूंकि अब इसे सार्वजनिक रूप से की जाती है । देवानंद दास ने बताया कि यहां जिस भैंसा की बलि चढायी जाती है । यह मां के श्रद्धालु की ओर से दी जाती है ।जो श्रद्धालु पूजा के दौरान मां से मन्नत मांगते हैं और जब उस श्रद्धालु की मन्नत पूरी हो जाती है तो भेड़ बकरे के अलावे भैंसा की बलि चढायी जाती है । इसके अलावे यहां अष्टमी एवं नवमी के रात उडिय़ा नाटक का मंचन किया जायेगा