धनबाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई, गैंगस्टर प्रिंस खान के 12 गुर्गे गिरफ्तार,धनबाद में जमशेदपुर के भानु मांझी गिरोह के शूटर सक्रिय

 

 

 

धनबादः हवाला के जरिए पैसे की लेनदेन करने वाले 9 अपराधियों को पुलिस ने पिछले दिनों 7 अक्टूबर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इन्हीं अपराधियों से जुड़े 12 अपराधियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ये सभी गैंगस्टर प्रिंस खान गिरोह से जुड़े अपराधी हैं.

ये अपराधी, प्रिंस खान के लिए बमबाजी, फायरिंग और रंगदारी वसूलने का काम करते थे. यही नहीं रंगदारी के तहत वसूले गए रुपए को सीएचपी और साइबर कैफे के माध्यम से विदेशी मुद्रा में कन्वर्ट कर प्रिंस खान तक पहुंचाना, इनका काम था. गिरफ्तार अपराधियों में सीएचपी और साइबर कैफे संचालक भी शामिल हैं. मामले में अलग अलग थाना क्षेत्र में तीन प्राथमिकी दर्ज की गई है. इनके पास से हथियार, जिंदा गोली, देसी बम, नकद राशि, बाइक और कई स्मार्ट फोन बरामद किए गए हैं.

एसएसपी प्रभात कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया प्रिंस खान और उसके गुर्गे सैफी उर्फ मेजर के द्वारा जिले और राज्य के व्यवसायियों और डॉक्टर्स से रंगदारी मांगी जा रही थी. रंगदारी नहीं देने पर परिवार के सदस्यों को गोली मार देने और मर्डर कर देने की धमकी दी जा रही थी. पिछले 9 सितंबर को राजगंज पेट्रोल पंप पर फायरिंग भी की गई थी. जिसकी जिम्मेवारी प्रिंस खान के गुर्गे मेजर द्वारा ली गई थी.

सिटी एसपी ऋत्विक श्रीवास्तव और ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी. इनके नेतृत्व में पुलिस टीम लगातार अलग अलग थाना क्षेत्रों में छापेमारी कर रही थी. इस छापेमारी में कुल 12 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है.

व्यवसायियों के मोबाइल नंबर जुगाड़ करना, पैसे की उगाही करना, शूटर की व्यवस्था करना, हथियार की व्यवस्था करना और चोरी की बाइक की व्यवस्था करना इनका कार्य है. उगाही के पैसों को यह अपराधी तक पहुंचाते थे. उगाही के पैसे को विभिन्न सीएचपी संचालक और साइबर कैफे के माध्यम से हथियार खरीदने के लिए और शूटर तक पैसे पहुंचाने का काम करते थे.

प्रिंस खान के घर में ये लोग हथियार छिपाकर रखे थे. इस मामले में बैंक मोड़ थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है. कतरास और राजगंज थाना से भी रिकवरी हुई है. इन दोनों थानों में भी प्राथमिकी दर्ज की गई है.

उन्होंने बताया कि प्रिंस खान और सैफी उर्फ मेजर धनबाद और राज्य के अलग अलग हिस्सों से शूटर जुगाड़ करते हैं. धनबाद में जमशेदपुर के भानु मांझी गिरोह के शूटर सक्रिय हैं. पिछले तीन चार दिनों से इनके सक्रिय होने की सूचना मिल रही थी. छापेमारी के दौरान भानु मांझी गिरोह के चार सदस्य की भी इसमें गिरफ्तारी हुई है. भानु मांझी फिलहाल फरार है. लेकिन उसके भी इधर होने की सूचना है. भानु मांझी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की स्पेशल टीम लगी हुई है.

जब्त सात मोबाइल में से करीब 150 पन्नों का चैट मिला है, जिसमें तकनीकी सेल के माध्यम से कई जानकारी मिली है, जो व्यवसाई अभी भी पैसा प्रिंस खान गिरोह को दे रहें इसकी भी जानकारी है. उगाही किया हुआ पैसा अलग अलग राज्य और शहरों में इंडियन पैसे में ट्रांसफर किया जाता है. उनके कुछ रिश्तेदार या दोस्त जो यूएई में रहते हैं, उनसे वहां की करेंसी में पैसा लिया जाता है. तीन लेयर में यहां काम चलता है.

व्यवसाई पैसे पहले आदमी को देता है, वह दूसरे को और दूसरा तीसरे को देता है. उसके बाद वह सीएचपी संचालक के पास जाता है. एसएसपी ने कहा कि पुलिस का यह ऑपरेशन आगे भी जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि अपराधियों को पैसे देने की जरूरत नहीं है. अगर ऐसा करते हैं तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

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