जमशेदपुर,, 13 अगस्त स्वच्छ भारत अभियान के तहत ओडीएफ मुक्त जमशेदपुर अंतर्गत स्वर्णरेखा नदी के तट पर हाथी घोड़ा मंदिर के समीप एक सामुदायिक शौचालय
बनाया गया है लेकिन जीएनएसी ने अपने निजी फायदे के लिए इसे एक मोटर मैकेनिक और पेंटर को किराए में दे दिया है ।
इस बावत एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है. यह वीडियो एक आम आदमी ने बनाया है जो शौचालय का उपयोग करने जाना चाह रहा था लेकिन किराए में रहने और अस्त व्यस्त व्यवस्था के कारण उसने नदी का उपयोग किया.थोड़े से पैसे कमाने के लालच में अधिकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को पलीता लगा रहे हैं। ऊपर का कमरा शौचालय के देख करने वाले के रहने के लिए बनाया गया है लेकिन अब तो मोटा भाड़ा कमाने में उसका उपयोग निजी स्वार्थ के लिए किया जा रहा है.
JNAC एक व्यक्ति की जागीर हो गयी लगती है. सत्ता से सीधे संबंध और नाजायज ऊपरी वसूली के बल पर धड़ल्ले से यहाँ मनमानी होती है. पैसा फेको तमाशा देखो का जीता जागता एक अर्ध सरकारी स्वरुप का यह प्रतिष्ठान जन सेवा नहीं वसूली का अड्डा बना हुआ है. कोई ऐसा सगा नहीं जिसे यहाँ ठगा नहीं गया. सब जन प्रतिनिधि भी इसके मुरीद हो गए हैं. एक बार विधायक सरयू राय ने JNAC के अस्तित्व और कानूनी अधिकारों पर सवाल उठाया तो वह नक्कारखाने में तूती की आवाज़ साबित हुआ. जिला प्रशासन की ओर से एस डी ओ, धालभूम इस संस्था के हेड होते हैं लेकिन उनकी क्या चलती है वही बता सकते हैं. सीलिंग, नक्शा पास करना, बाजारों में अतिक्रमण रोकना जैसा कार्य यहाँ दोहन के कारगर हथियार होते हैं. चाहें पूर्व में भाजपा की रघुवर सरकार हो या अभी हेमंत सरकार कमाल का जादू चल रहा है जो एक ही पदाधिकारी घूम फिर कर यहां अवतरित हो जाते हैं. जन शिकायतों की कोई सुनवाई नहीं.