सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का चुनाव संविधान के तहत होगा , मुखे

सीजीपीसी की बैठक में हुए हंगामे को लेकर मैं शर्मिंदा हूं

जमशेदपुर 16 अक्टूबर संवाददाता सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि मेरा कार्यकाल 2021 में समाप्त हो चुका है। सीजी पीसी के प्रधान पद का चुनाव संविधान के तहत होगा कोविड-19 के कारण चुनाव नहीं हो सका। मेरी कहीं यह मंशा नहीं है कि जबरन प्रधान बने। पहले कन्वेनर का चुनाव होगा उसके बाद उनकी देखरेख में सीजीपीसी का चुनाव होगा। 16 अक्टूबर को सीजीपीसी के कार्यालय में गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व और चुनाव को लेकर कोल्हान के सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की बैठक बुलाई गई थी ।बैठक में प्रधान और महामंत्री को बुलाया गया था परंतु कई सदस्य के अलावे सिख संगत पहुंची थी जिसमें युवा वर्ग भी था और अन्य भी थे। सभी को हमने मीटिंग में भाग लेने की इजाजत दे दी ।बैठक में साजिश के तहत प्रधान पद के दावेदार भगवान सिंह और टेल्को गुरुद्वारा के प्रधान गुरमीत सिंह तोते और उसके समर्थकों के द्वारा हंगामा किया गया और बवाल मचाया गया ।इस घटना को लेकर हम काफी शर्मिंदा है ।सिख समाज की छवि तार-तार हुई है। मेरे और गुरु चरण सिंह बिल्ला के बीच विवाद चल रहा है। मामला न्यायालय में भी विचाराधीन है और तख्त पटना साहिब में भी हमने अर्जी दी थी जिस पर 20 अक्टूबर को फैसला होना है ।फैसले के बाद जो भी निर्णय होता है उसके बाद 23 अक्टूबर को बैठक बुलाई गई है जिसमें प्रधानों और महामंत्री को बुलाया गया है जिसमें रणनीति नगर कीर्तन को लेकर बनाई जाएगी ।उन्होंने कहा कि 2 साल के बाद गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर नगर कीर्तन निकालने का मौका मिला है सिख संगत में उत्साह है। संगत को सफर करना नहीं चाहते ।8 नवंबर को प्रकाश पर्व है जिसको लेकर यहभी निर्णय लेना था जो नई कमेटी के प्रधान चुनकर आए हैं उन्हें मान्यता देना और मासिक शुल्क जमा कराने की बात थी। हंगामे के कारण बैठक को स्थगित कर देना पड़ा 15 दिनों के भीतर शुल्क जमा कराना था उसके बाद चुनाव प्रक्रिया आरंभ करानी थी कन्वीनर का चुनाव हो जाता है तो उसकी निगरानी में चुनाव होगा हमारी कहीं ऐसी नियत नहीं है कि मैं पद पर जबरन प्रधान बने। इसके पहले सरदार शैलेंद्र सिंह और इंद्रजीत सिंह जबरन प्रधान बन चुके हैं इनके द्वारा संगत को गुमराह किया जा रहा है 27 मई वर्ष 2018 में चुनाव हुआ था बैठक में अपराधिक चरित्र वालों को बुलाया गया था। जेल में मनोज खत्री का भाई विनोद खत्री भी शामिल था। मेरे साथ अभद्र व्यवहार सुखविंदर सिंह राजू अमरिक सिंह और समर्थकों के द्वारा किया गया है। मैंने संयम बरता क्योंकि मैं जिस पद पर बैठा हूं कुछ कर नहीं सकता अगर किसी को भी मेरे से व्यक्तिगत किसी तरह की भी बात है तो मुझे बुलाएं मैं बात करने को तैयार हूं लेकिन संगत को गुमराह ना करें बैठक में सीजी पीसी के चेयरमैन तरसेम सिंह मीत प्रधान तारा सिंह सीनियर वाइस प्रेसिडेंट महेंद्र सिंह अविनाश सिंह महामंत्री जसवीर सिंह कोषा अध्यक्ष मनजीत सिंह सलाहकार अमरजीत सिंह अंबे चुनाव कन्वीनर दलजीत सिंह बिरसा नगर के जोगेंद्र सिंह जितेंद्र सिंह शालू उपस्थित थे।

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