बहरागोड़ा प्रखंड अंतर्गत सांड्रा पंचायत के लुगाहारा जंगलों में 12 हाथियों का झुंड आ जाने से ग्रामीणों भयभीत है. पिछले कुछ दिनों में 12 हाथियों का झुंड प्रखंड के लुगाहारा क्षेत्र में प्रवेश किया. उसके बाद यह झुंड क्षेत्र के बेनाशोली,मगड़ोशोल,बल्लमडीही, जुगिशोल, पानीसोल के पास जंगलो में दिनभर डेरा जमाए रहता है.
लुगाहारा मध्य विद्यालय के रोसुई घर को तोड़ा तथा बैंगन की खेती को किया बर्बाद:
रविवार ढेर रात को हाथियों के झुंड ने गांव में तांडव मचाते हुए लुगाहारा मध्य विद्यालय के रोसुई घर को तोड़ा दिया.इसके बाद हाथियों ने उक्त गांव पर कई किसानों राजू महतो, संतोष महतो, मानस महतो,राजनाथ महतो,अनिमेष महतो आदि के बांस की खेती और बैगन की खेती को पैरों तले रौंदकर तहस नहस कर दिया.हाथियों ने रसोई घर में गैस चूल्हा को भी तोड़ दिया है.उसके बाद वन विभाग और ग्रामीणों के काफी प्रयास से हाथी को जंगल की और खदेड़ा गया.ग्रामीणों ने बताया वन विभाग की टीम ने ग्रामीणों के साथ हाथियों को आबादी से दूर रखने का दिनभर प्रयास करते रहता है.लेकिन शाम में हाथियों की झुंड गॉव की तरफ आ कर उत्पात करने लगते हैं.जिसके कारण ग्रामीणों हाथी भगाने के सामान के साथ रात जगा करने को बिबश हैं.वन विभाग के लोगों ने ग्रामीणों से हाथी को तंग करने तथा उनके नजदीक जाने से मना करते रहे. इसके बावजूद हाथियों को देखने के लिए ग्रामीण जंगलों में इधर उधर घूमते देखे गये. कुछ लोग हाथियों की तस्वीर लेने के लिए दिनभर हाथियों को भड़काते रहे .ताकि हाथी अपना गतिविधि बढ़ाए और तस्वीर ले लिया जाये.दूसरी और लगाये गये धान के बिछड़े को भी हाथियों ने रौंद कर नष्ट कर रहे है. इस दौरान किसान त्राहिमाम है.
ज्ञात हो कि पश्चिम बंगाल सीमा से सटा यह इलाका बहरागोड़ा प्रखंड का सर्वाधिक हाथी प्रभावित इलाका है. पिछले कई माह से इस इलाके में हाथियों ने जीना हराम कर रखा है. जंगली हाथी दिन भर आसपास के जंगलों में रहते हैं और शाम होते ही जंगल से निकलकर उपद्रव मचाने लगते हैं.इस दौरान कई सारे किसानों के धान के बिछड़ा को रौंद कर नष्ट कर दिया है.लोग हर रात को रतजगा करने को मजबूर है.