कारोबारी शंकर अग्रवाल ने आदित्यपुर के बिल्डर परिवार पर लगाया 1.09 करोड़ की ठगी का आरोप

 

निवेश के नाम पर बिल्डिंग निर्माण कंपनी ने वसूले रुपये, मांगने पर दी जा रही धमकी, मामला दर्ज

जमशेदपुर 27 नवंबर
साकची राजेंद्र नगर निवासी व्यवसाय शंकर लाल अग्रवाल ने साकची थाना में मैसर्स ग्रीन वाटिका कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के मोहित गुप्ता सहित अन्य छह के खिलाफ कल बुधवार को मामला दर्ज कर साजिश कर 1.25 करोड रुपए के गवन करने, फर्जी दस्तावेज बनाने, एकरारनामा का उल्लंघन करने और जान मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है. आरोपियों में राजेश अग्रवाल,सोनम अग्रवाल, सुमित अग्रवाल,रमेश चंद्र अग्रवाल और गौरव अग्रवाल भी शामिल है. मामला दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है. दर्ज प्राथमिकी में शंकर लाल अग्रवाल ने कहा है कि साल 2024 में उनके पारिवारिक मित्र रमेश चंद्र अग्रवाल उनके आवास पर आए और बोले उनका पुत्र अजय अग्रवाल बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का कार्य कर रहा है.एक सप्ताह बाद फिर मेरे मकान पर रमेश चंद्र अग्रवाल, अजय अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, सोनम अग्रवाल, सुमित अग्रवाल और गौरव अग्रवाल सभी अरुणोदय रेसिडेंट्स हातील बिल्डिंग आदित्यपुर निवासी, उनके आवास पर आए.अजय अग्रवाल ने बताया कि हम सभी मिलकर मेसर्स ग्रीन वाटिका बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का प्रोजेक्ट पूरे झारखंड के कई शहरों में चला रहे हैं.आप इसमें निवेश करें और फ्लैट लें. साथ ही मुनाफा भी मिलेगा.
उन सभी ने विश्वास दिलाते हुए कहा कि आप जहां भी रुपया देंगे वह नगद लेकर रकम प्राप्ति रसीद और इकरारनामा बनाया जाएगा.उन लोगों का विश्वास कर उन्होंने 1.25 करोड रुपए दिनांक 12 4.2024 को उन लोगों को अपने राजेंद्र नगर स्थित आवास पर दिया एवं एकरनामा आदित्यपुर में जमीन दिखाकर 5 प्लाटों का बिक्री नामा मेरे, मेरी पत्नी सविता अग्रवाल और पुत्र ऋषभ अग्रवाल के नाम हस्ताक्षर कर दिया.फिर उन लोगों ने कहा कि अपना-अपना फ्लैट का निर्माण कभी भी आकर देखरेख कर सकते हैं. उन्होंने अप्रैल 2025 में जाकर अपने फ्लैटों के बारे में जानकारी लेनी चाही तो देखा कि किसी प्रकार का निर्माण नहीं हो रहा है.उसके बाद उन लोगों से संपर्क किया और अपने फ्लैट के बारे में जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि आर्थिक स्थिति अभी ठीक नहीं है जल्द ही निर्माण कार्य शुरू करेंगे. करीब पांच माह बीतने के बाद भी किसी प्रकार का निर्माण नहीं होने पर उन्होंने रकम वापस मांगी तो वे टाल मटोल करने लगे.
इस बीच जानकारी मिली कि अजय अग्रवाल कई लोगों को धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपए गबन कर फरार हो गया है. मैंने तुरंत रमेश चंद्र अग्रवाल और राजेश अग्रवाल से संपर्क कर रकम वापस मांगी तो वह सभी गाली गलौज करने लगे और जान मारने की धमकी देने लगे. मैंने कहा मुकदमा करूंगा तो गत 25 अक्टूबर को मेरे साकची स्थित आवास पर रमेश चंद्र अग्रवाल आए और रकम प्राप्ति रसीद की छाया प्रति देते हुए कहा कि अजय अग्रवाल अपना सारा रकम बैंक के माध्यम से वापस कर दिया है.अब आप हम लोगों से रुपया मांगे तो परिवार सहित जान से हाथ धोना पड़ेगा.रकम प्राप्ति रसीद देखने पर पता लगा कि मेरा और गवाहों का जाली हस्ताक्षर कर बनाया गया है.मेरे विरोध करने पर राजेश अग्रवाल और रमेश चंद्र अग्रवाल गाली गलौज करने लगे. अगल बगल के लोग के आने पर वे भाग गए.

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