अडानी ओडिशा को नियंत्रित करते हैं-राहुल गांधी का आरोप

-भुवनेश्वर में “संविधान बचाओ समावेश” रैली

भुवनेश्वर:11 जुलाई, 2025.. भुवनेश्वर में आज आयोजित विशाल “संविधान बचाओ समावेश” रैली में अपने तीखे भाषण में, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकारों पर तीखा हमला बोला और आरोप लगाया कि उद्योगपति गौतम अडानी ओडिशा और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार, दोनों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित कर रहे हैं।
लोकसभा में विपक्ष के नेता श्री गांधी ने दावा किया कि “ओडिशा में जहाँ भी देखो, सिर्फ़ अडानी के पोस्टर ही नज़र आते हैं। ऐसा लगता है कि अडानी ही यहाँ सरकार चला रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि अडानी और उनके परिवार को समायोजित करने के लिए प्रतिष्ठित पुरी रथ यात्रा भी रोक दी गई थी। इस आरोप ने काफ़ी विवाद खड़ा कर दिया है।
कांग्रेस नेता ने ओडिशा की वर्तमान भाजपा सरकार पर पिछली बीजद सरकार की नीतियों को जारी रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि दोनों सरकारें “गरीबों का धन लूट रही हैं” और “अडानी समेत बड़ी कंपनियों की मदद कर रही हैं।” उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि एक तरफ दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, किसान और मज़दूर समेत गरीब लोग हैं, जबकि दूसरी तरफ “पाँच-छह बड़ी कंपनियाँ और भाजपा सरकार” हैं, और इसे ही मुख्य संघर्ष बताया। श्री गांधी ने कहा कि केवल कांग्रेस कार्यकर्ता ही, ओडिशा की जनता के साथ मिलकर, न्याय की इस लड़ाई को जीत सकते हैं।
ओडिशा से आगे, श्री गांधी ने अपने आरोपों को राष्ट्रीय स्तर तक बढ़ाया और बार-बार कहा कि अडानी ने “देश को हाईजैक कर लिया है” और “भारत अडानी के चंगुल में है।” उन्होंने अपने पुराने दावे को दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी “पूरी तरह से अडानी की रक्षा कर रहे हैं” और उद्योगपति के साथ भ्रष्टाचार में लिप्त हैं।
श्री गांधी ने इस कथित सांठगांठ को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जोड़ते हुए दावा किया कि इस योजना के लिए एकत्रित हजारों करोड़ रुपये चंद बड़ी कंपनियों को सौंप दिए गए, जबकि प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित किसानों को कोई मुआवजा नहीं मिला।
राहुल गांधी ने चुनावी शुचिता पर भी चिंता जताई और आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की तरह ही बिहार में भी “चुनावों को हाईजैक” करने की कोशिशें की जा रही हैं, जहाँ भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) भाजपा के एजेंट के रूप में काम कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि भारतीय ब्लॉक चुनाव में हेराफेरी के ऐसे किसी भी प्रयास का विरोध करेगा।
इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हुए, जिसका उद्देश्य आगामी चुनावों से पहले कांग्रेस के लिए समर्थन जुटाना और उसके विमर्श को उजागर करना था। खड़गे ने अपने संबोधन में श्री गांधी की भावनाओं को दोहराते हुए आरोप लगाया कि भाजपा आगामी चुनावों में हेराफेरी करने के लिए बिहार के दो करोड़ मतदाताओं को मतदाता सूची से हटाने की कोशिश कर रही है और भारतीय संविधान को नष्ट करने का काम कर रही है।
पिछले साल राज्य में भाजपा की पहली सरकार बनने के बाद राहुल गांधी का यह पहला ओडिशा दौरा था। उनके कड़े आरोपों ने ओडिशा में राजनीतिक बहस को तेज कर दिया है, जिससे भाजपा और कांग्रेस दोनों के चल रहे चुनावी अभियानों को बल मिला है।

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