दुमका1 जुलाई झारखंड के पूर्व सीएम रहे चंपई सोरेन के दो सहायकों की हथियार सहित गिरफ्तारी की खबर सामने आई है। इन्हें गोड्डा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए शख्स में से सुधीर कुमार चंपई सोरेन के सोशल मीडिया का कामकाज देखता था। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों की पहचान सुधीर कुमार और गणेश कुमार के तौर पर हुई है। सुधीर जमशेदपुर के बिरसानगर और गणेश ओडिशा का निवासी बताया गया है।पुलिस के मुताबिक दोनों भोगनाडीह में हुई हिंसा के मास्टर माइंड थे। इन्होंने ही सुनियोजित तरीके से हिंसा को अंजाम दिया था। इन लोगों के पास हथियार और आपत्तिजनक सामग्री भी प्राप्त हुई है। इसके चलते पुलिस ने आशंका जताई है कि इनके गिरोह और भी बड़ा और खतरनाक हो सकता है।
आरोपी सुधीर का संबंध पूर्व सीएम चंपई सोरेन के साथ भी जुड़ा हुआ है। वह उनका सोशल मीडिया प्रभारी रह चुका है। सुधीर कुमार चंपई सोरेन से जुडऩे के पहले से सोशल मीडिया पर काम करते रहे हैँ।उनकी एक स्वच्छ युवक की छवि रही है। वे लंबे समय से सोशल मीडिया के लिये अलग अलग एजेंसियों के लिये भी काम करते रहे हैं । उनके जानकारों का कहना वे चंपर्ई सोरेन के लिये जरुर सोशल मीडिया देखते हैं लेकिन उनकी ऐसी छवि नहीं है जैसा कि पुलिस दावा कर रही है।
इस संबंध में गोड्डा एसपी मुकेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि साहिबगंज के भोगनाडीह में हुई झड़प मामले से जुड़े जमशेदपुर के रहने वाले भाजपा के सोशल मीडिया प्रभारी सुधीर कुमार एवं उसके चालक गणेश मंडल (ओडिशा निवासी) को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से तीन देसी कट्टा के साथ धोती और कपड़ा भी बरामद किया गया है.
एसपी मुकेश कुमार ने बताया कि 30 जून के दिन हुई घटना मामले में दोनों के खिलाफ साहिबगंज में भी मामला भी दर्ज है. गिरफ्तार व्यक्ति सुधीर कुमार और गणेश मंडल 20 जून से ही साहिबगंज और आसपास के ग्रामीणों के बीच धोती-साड़ी के साथ हथियार बांट रहे थे. ये दोनों 30 जून को कार्यक्रम में गड़बड़ी पैदा करने की नीयत से ग्रामीणों को भडक़ाने का काम कर रहे थे.
सुधीर कुमार समेत दो अरेस्ट-एसपी
एसपी ने बताया कि सोमवार की रात गोड्डा नगर, मुफस्सिल व सुंदरपहाड़ी थाने की पुलिस ने सुधीर कुमार को गिरफ्तार किया. उसके पास से देसी कट्टा के साथ धोती व साड़ी बरामद किया गया है. सुधीर कुमार भाजपा जमशेदपुर के सोशल मीडिया प्रभारी पद पर है. पूर्व सीएम चंपाई सोरेन से उनके कनेक्शन को लेकर पुलिस पड़ताल कर रही है. हालांकि मामले में कई अन्य लोगों के भी नाम हैं, जो सुधीर कुमार के साथ थे. उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. वार्ता के दौरान डीएसपी जेपीएन चौधरी व अन्य पदाधिकारी शामिल थे.