: प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने शनिवार को बहुचर्चित 800 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाला (GST Scam) मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड शिव कुमार देवड़ा और उसके दो सहयोगियों, मोहित देवड़ा और अमित गुप्ता को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया। श्याम नंदन तिवारी की अदालत ने मामले की सुनवाई के बाद तीनों आरोपितों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का महत्वपूर्ण फैसला सुनाया। अदालत के इस आदेश के बाद तीनों आरोपितों को कड़ी सुरक्षा के बीच रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया है।
कोलकाता से हुई थी गिरफ्तारी
ईडी ने इस हाई-प्रोफाइल घोटाले के मुख्य साजिशकर्ता शिव कुमार देवड़ा, उसके बेटे मोहित देवड़ा और अमित गुप्ता को शुक्रवार को कोलकाता से धर दबोचा था। मोहित देवड़ा भी अपने पिता और अमित गुप्ता के साथ मिलकर इस पूरे जीएसटी घोटाले को अंजाम देने में सक्रिय रूप से शामिल था। जांच में पता चला है कि शिव कुमार देवड़ा और उसके गिरोह के सदस्य अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर फर्जी कंपनियों के नाम पर अवैध रूप से जीएसटी का लाभ उठाते थे, जिससे सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगा।
छापेमारी में मिले अहम दस्तावेज
ईडी ने इस मामले में अपनी कार्रवाई तेज करते हुए 8 मई को व्यापक छापेमारी शुरू की थी। इसी छापेमारी के दौरान पूछताछ के बाद इन तीनों मुख्य आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। ईडी की टीम ने छापेमारी के दौरान मास्टरमाइंड शिवकुमार देवड़ा और अमित गुप्ता के कोलकाता स्थित ठिकानों से भारी मात्रा में ऐसे दस्तावेज बरामद किए हैं, जो गलत तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) का लाभ उठाने से संबंधित हैं। इन दस्तावेजों की गहन जांच में यह भी पाया गया कि शिवकुमार देवड़ा का बेटा मोहित देवड़ा भी अपने पिता के साथ मिलकर सामग्रियों की खरीद-बिक्री से जुड़े फर्जी बिल बनाता था, ताकि घोटाले को आसानी से अंजाम दिया जा सके।
चौथा आरोपी पहले ही जेल में
इससे पहले, ईडी ने गुरुवार को इस मामले में एक और महत्वपूर्ण गिरफ्तारी की थी। अमित अग्रवाल उर्फ विक्की भालोटिया को जमशेदपुर के जुगसलाई इलाके से गिरफ्तार किया गया था। भालोटिया को भी ईडी ने पीएमएलए कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार भेज दिया गया था। इस प्रकार, इस 800 करोड़ रुपये के जीएसटी घोटाला मामले में अब तक कुल चार आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
झारखंड और कोलकाता में हुई थी छापेमारी
गौरतलब है कि गत गुरुवार को ईडी ने इस बड़े जीएसटी घोटाला मामले में झारखंड और कोलकाता में एक साथ 9 अलग-अलग स्थानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। ईडी की टीमों ने रांची में तीन, जमशेदपुर में एक और कोलकाता में पांच ठिकानों पर एक साथ कार्रवाई की थी, जिससे घोटाले से जुड़े कई अहम सुराग हाथ लगे थे। इस पूरे मामले में ईडी की सक्रियता यह दर्शाती है कि एजेंसी इस बड़े आर्थिक अपराध की तह तक जाने और सभी दोषियों को कानून के शिकंजे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।