नई दिल्ली
मुंबई की टीम ने चौथी बार विजय हजारे ट्रॉफी जीत ली। रविवार को हुए फाइनल में उन्होंने उत्तर प्रदेश को 6 विकेट से हरा दिया। इस जीत के साथ ही मुंबई तमिलनाडु के बाद संयुक्त रूप से टूर्नामेंट इतिहास की दूसरी सबसे सफल टीम बन गई।
तमिलनाडु ने 5 बार यह टूर्नामेंट जीता है। वहीं, मुंबई और कर्नाटक ने 4-4 बार विजय हजारे ट्रॉफी अपने नाम की। मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ टूर्नामेंट के एक सीजन में 800 या इससे ज्यादा रन बनाने वाले पहले प्लेयर बन गए। उन्होंने इस सीजन में 8 मैच में 4 शतक की मदद से 827 रन बनाए।
यूपी के लिए समर्थ और अक्षदीप ने शानदार पारी खेली
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी यूपी की टीम को माधव कौशिक और समर्थ सिंह ने अच्छी शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 122 रन जोड़े। समर्थ 55 रन बनाकर आउट हुए। कप्तान करण शर्मा (0) और प्रियम गर्ग (21 रन) कुछ खास नहीं कर सके।
कौशिक ने शतक लगा यूपी को 300 के पार पहुंचाया
अक्षदीप नाथ ने 40 गेंदों पर 55 रन बनाए। वहीं, माधव कौशिक ने 156 गेंदों पर 158 रनों की नाबाद पारी खेली। इसकी बदौलत यूपी की टीम ने 50 ओवर में 4 विकेट के नुकसान पर 312 रन बनाए। मुंबई की ओर से तनुष कोटियान ने 2 और प्रशांत सोलंकी ने 1 विकेट लिया।
फर्स्ट स्लिप में फील्डिंग के दौरान पृथ्वी के पैर में चोट लगी
मुंबई के कप्तान पृथ्वी शॉ विजय हजारे ट्रॉफी के फाइनल में चोटिल भी हुए थे। यह घटना मैच के दौरान उत्तर प्रदेश की पारी के 24वें ओवर की है। उस वक्त पृथ्वी फर्स्ट स्लिप में फील्डिंग कर रहे थे। यूपी के लिए बल्लेबाजी कर रहे माधव कौशिक ने लेग स्पिनर प्रशांत सोलंकी की गेंद पर शॉट लगाया। गेंद सीधे जाकर पृथ्वी के बाएं पैर में लगी। वे दर्द से कराह रहे थे। इसके बाद तुरंत फीजियो को मैदान पर बुलाया गया। उन्हें तुरंत फील्ड से बाहर ले जाया गया। हालांकि, कुछ देर बाद वे फील्ड पर लौट आए।
पृथ्वी और यशस्वी ने मुंबई को शानदार शुरुआत दी
313 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम को पृथ्वी और यशस्वी जायसवाल ने शानदार शुरुआत दी। दोनों ने पहले विकेट के लिए 55 गेंदों पर 89 रन जोड़े। इस दौरान पृथ्वी ने अपनी फिफ्टी भी पूरी की।
पृथ्वी 39 गेंदों पर 73 रन बनाकर आउट हुए
पृथ्वी 39 गेंदों पर 10 चौके और 4 सिक्स की मदद से 73 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद यशस्वी भी 29 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इसके बाद विकेटकीपर बल्लेबाज आदित्य तारे और शम्स मुलानी ने तीसरे विकेट के लिए 88 रन जोड़े।
मुलानी 36 रन और शिवम दुबे 42 रन बनाकर आउट हुए
मुलानी 36 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद शिवम दुबे ने आदित्य के साथ मिलकर मुंबई को जीत की दहलीज तक ले गए। आदित्य ने टूर्नामेंट की पहली सेंचुरी लगाई। शिवम 42 रन बनाकर समीर चौधरी की बॉल पर आउट हुए।