यूपी में अवैध धर्मांतरण के बड़े नेटवर्क का पता चला,सीएम योगी ने कहा-देश का स्वरूप बदलने की साजिश

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में जलालुद्दीन उर्फ छांगुर पीर बाबा की एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश हुआ है. जांच एजेंसी का मानना है कि छांगुर बाबा का सिंडिकेट केवल धर्मांतरण तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसका मकसद भारत की सांप्रदायिक एकता को तोड़ना था. यही वजह है कि ईडी और एटीएस इस सिंडिकेट से जुड़े इंटरनेशनल कनेक्शन और हवाला नेटवर्क की गहन जांच कर रही है.

उधर उत्तर प्रदेश एटीएस (ATS) की छानबीन में छांगुर बाबा की पूरी साजिश का खुलासा करने वाली किताब हाथ लगी है. सूत्रों के अनुसार, एटीएस को छांगुर बाबा के बताए गए एक ठिकाने से ‘शिजर-ए-तैयबा’ नाम की एक किताब बरामद हुई है. एटीएस का मानना है कि इस किताब का इस्तेमाल कथित तौर पर लव जिहाद और अवैध धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा था.
क्या है ‘शिजर-ए-तैयबा’?
जानकारी के मुताबिक, छांगुर बाबा ने खुद यह किताब छपवाई थी, और इसका मकसद कोई धार्मिक प्रचार नहीं, बल्कि विशेष एजेंडे के तहत ब्रेनवॉश करना था. पुस्तक में मुस्लिम युवकों और हिंदू युवतियों को इस्लाम के नाम पर जोड़ने और प्रेरित करने की बातें की गई हैं.
छांगुर बाबा की गिरफ़्तारी से यूपी में अवैध धर्मांतरण के एक बड़े नेटवर्क का पता चला है. यूपी की ATS उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. उसकी सहयोगी नीतू उर्फ़ नसरीन के बलरामपुर वाले घर को बुलडोज़र से ध्वस्त कर दिया गया है. अब प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी छांगुर बाबा पर केस दर्ज कर उसके खिलाफ जांच शुरू कर दी है. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद लगातार केस के अपडेट ले रहे हैं. बताया जा रहा है कि हर दिन वह डीजीपी राजीव कृष्णा और गृह विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद से इस केस को लेकर ब्रीफिंग लेते हैं.
देश का स्वरूप बदलने की साजिश: योगी

सीएम योगी अपने भाषणों में छांगुर बाबा को जल्लाद कहते हैं. उनका दावा है कि इससे जुड़े सभी लोग जेल जाएंगे. शनिवार को एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि यूपी सरकार अवैध धर्मांतरण के खिलाफ पूरी सख्ती से कार्रवाई कर रही है. कुछ ताकतें योजनाबद्ध तरीके से देश के स्वरूप को बदलने की कोशिश कर रही हैं. यह समाज को तोड़ने और धार्मिक सौहार्द को नुकसान पहुंचाने की साजिश है.
‘अनुसूचित जाति के लोगों को मजबूर किया जा रहा’

सीएम ने कहा कि ऐसी गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. यह देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है. अनुसूचित जाति के लोगों को लालच और भय के जरिए धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है, जो संविधान और सामाजिक समरसता के खिलाफ है.
‘आर्थिक, सामाजिक सुरक्षा के लिए खतरा’

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है. सरकार ने हाल ही में बलरामपुर में एक बड़ी कार्रवाई की है, जिसमें अवैध धर्मांतरण को बढ़ावा देने के लिए विदेशों से धन प्राप्त करने वाले एक नेटवर्क का पर्दाफाश किया गया. इस कार्रवाई में अवैध धर्मांतरण के लिए रेट तय करने के मामले को उजागर किया गया. अब तक 40 खातों में 100 करोड़ से अधिक का लेन-देन पाया गया है. यह आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा दोनों के लिए गंभीर खतरा है.

छांगुर बाबा उर्फ़ जलालुद्दीन पर आरोप है कि उसने धोखे से कई हिंदुओं को मुसलमान बनाया है. इनमें से कुछ लोगों की घरवापसी भी हो गई है. सीएम योगी इस मुद्दे पर खुलकर बयान दे रहे हैं और दलितों का ज़िक्र कर रहे हैं. दरअसल बीते लोकसभा चुनाव में बीजेपी को ओबीसी वोटों का बड़ा नुक़सान हुआ था. दलितों में भी संविधान बचाने वाले विपक्ष के मुद्दे का असर देखा गया. मायावती की पार्टी बीएसपी को तो इसका फ़ायदा नहीं हुआ, लेकिन घाटे में बीजेपी रही. तभी से सीएम योगी आदित्यनाथ आक्रामक हिंदुत्व के एजेंडे पर हैं.

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