नीमडीह थाना के जमादार मोहम्मद मोकलेशुर रहमान के दबंग और पत्रकार विरोधी व्यवहार की शिकायत

चांडिल : सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत नीमडीह प्रखंड के स्थानीय पत्रकार सागर गोप के साथ नीमडीह थाना में पदस्थापित एएसआई मोहम्मद मोकलेशुर रहमान ने दुर्व्यवहार किया। सागर गोप ने गंभीर आरोप लगाते हुए नीमडीह के थाना प्रभारी को लिखित आवेदन देकर मामला दर्ज करने का आवेदन दिया। आवेदन पत्र का प्रतिलिपि अध्यक्ष भारतीय प्रेस परिषद, नई दिल्ली, अध्यक्ष झारखंड यूनियन ऑफ जर्नालिस्ट, रांची को दिया गया। इस घटना को तत्काल झारखंड यूनियन ऑफ जर्नालिस्ट के प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार अग्रवाल, कार्यकारी अध्यक्ष राजीव नयणम, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुधाकर झा संज्ञान में लेते हुए सरायकेला खरसावां के एस पी को फोन कर जांच करते हुए कार्रवाई की मांग की। मंगलवार को झारखंड यूनियन ऑफ जर्नालिस्ट एवं ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नालिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन का संयुक्त प्रतिनिधि मंडल ने सरायकेला खरसावां के पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर कार्रवाई करने का आग्रह किया। एसपी मुकेश लूनायत ने पत्रकारों को आश्वासन दिया कि जांच कर एएसआई के ऊपर त्वरित कार्रवाई की जायेगी।

पत्र में लिखा गया कि मैं एक जागरूक नागरिक सह पत्रकार होने के नाते दिनांक 07 जुलाई को थाना परिसर के समीप स्थानीय समाचार पत्र के लिए एक फोटो ले रहा था । उसी दौरान नीमडीह थाना में विगत 7 वर्षों से पदस्थापित जमादार मोहम्मद मोकलेशुर रहमान द्वारा अत्यंत असंवैधानिक, अमर्यादित एवं उत्पीड़क रवैया अपनाते हुए मेरा मोबाइल फोन जबरन छीन लिया गया। इसके बाद जमादार ने मुझे बिना किसी वैध कारण के लगभग डेढ़ घंटे तक हिरासत में रखा। इस पूरे मामले की जानकारी मिलने पर झामुमो प्रखंड अध्यक्ष द्वारा थाना प्रभारी को फोन किए जाने के उपरांत ही आपका हस्तक्षेप हुआ तब जाकर मुझे छोड़ा गया एवं मेरा मोबाइल फोन वापस किया गया। परंतु अत्यंत दुर्भाग्यजनक रूप से जमादार मोहम्मद मोकलेशुर रहमान द्वारा मेरे फोन से तमाम फोटो और वीडियो डिलीट कर दिए गए। इस डाटा में केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न जनहितकारी योजनाओं से जुड़े महत्वपूर्ण दस्तावेज और रिपोर्टिंग मटेरियल मौजूद था जो अब रिकवर भी नहीं हो पा रहे हैं। यह कृत्य न केवल प्रेस स्वतंत्रता का उल्लंघन है बल्कि सूचना के दमन और डिजिटल संपत्ति के साथ छेड़छाड़ है। इस प्रकार का कृत्य संविधान प्रदत्त अधिकारों और पत्रकारिता की गरिमा के खिलाफ है। इतना ही नहीं यह डिजिटल डाटा के साथ छेड़छाड़ कर राष्ट्रहित से जुड़े सूचना स्रोतों को नष्ट करने जैसा गंभीर अपराध भी है जिसकी गंभीरता से जांच की जानी चाहिए। आपसे आग्रह है कि त्वरित एवं निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए ए एस आई मोहम्मद मेकुलस्सर रहमान के ऊपर संवैधानिक अधिकार हनन एवं मानहानि का केस दर्ज करने की कृपा करें।

*उपस्थित पत्रकार*

सुधीर गोराई, फनीभूषण टुडू, अजय महतो, दशरथ प्रधान, दीपक महतो, कमलेश महतो, फुलचांद पारित, सागर गोप आदि।

Share this News...