अहमदाबाद प्‍लेन क्रैश: दोनों इंजन में फ्यूल पहुंचाने वाले स्विच बंद हो गए थे

यह टेक्निकल एरर का मामला, न कि इंसानी गलती का… बोले एक्‍सपर्ट

नई दिल्‍ली:

एयर इंडिया की फ्लाइट एआई-171 के हादसे को एक महीना पूरा हो गया है. वहीं एयरक्राफ्ट एक्‍सीडेंट इनवेस्टिगेशन ब्‍यूरो (एएआईबी) की शुरुआती जांच रिपोर्ट भी आ गई है. इस रिपोर्ट के अनुसार दोनों इंजन में फ्यूल पहुंचाने वाले स्विच बंद हो गए थे. इसके बाद पायलटों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई जिसके कुछ ही सेकेंड बाद प्‍लेन अहमदाबाद में क्रैश हो गया. इस क्रैश में यात्री और क्रू के अलावा बीजे हॉस्‍टल में भी कुछ लोगों की मौत हो गई थी. इसे पिछले एक दशक का सबसे खतरनाक क्रैश करार दिया जा रहा है. इस क्रैश में 260 लोगों की मौत हो गई थी.
फ्यूल कट ऑफ स्विच मुख्‍य समस्‍या

इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गनाइजेशन (आईसीएओ) में भारत के पूर्व प्रतिनिधि और सिविल एविएशन मिनिस्‍ट्री में ज्‍वॉइन्‍ट सेक्रेटरी रहे सनत कौल ने एयर इंडिया विमान क्रैश पर आई एएआईबी की प्रारंभिक रिपोर्ट पर कहा, ‘एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) की प्रिलिमनरी रिपोर्ट से हमें कुछ सवालों के जवाब मिले हैं. जो बात सामने आई है, वो ये है कि फ्यूल स्विच बंद कर दिया गया था. फिलहाल यही फ्यूल कट-ऑफ स्विच मुख्य समस्या लग रहा है.’
यह मामला टेक्निकल एरर का

उन्‍होंने आगे कहा, ‘कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में दोनों पायलट में से एक ने दूसरे से पूछा कि क्या आपने फ्यूल स्विच ऑफ किया? उसने कहा- नहीं, मैं नहीं किया. डिजिटल रिकॉर्डर में अगर किसी ने हाथ से फ्यूल स्विच को ऑफ किया तो क्लिक की आवाज आनी चाहिए.’ उनके शब्‍दों में, ‘मेरे अनुसार, यह ‘ टेक्निकल एरर’ का मामला है न कि ‘ह्यूमन एरर’ का.’ उन्‍होंने बताया कि अमेरिका की फेडरल एविएशन अथॉरिटी (FAA) ने दिसंबर, 2018 में एक स्‍पेशल एयरवर्दीनेस बुलेटिन जारी किया था जोकि बोइंग 737एयरक्राफ्ट के फ्यूल कटऑफ स्विचेस को लेकर था.
तकनीकी कारणों से हुआ हादसा?

एफएए के बुलेटिन में एडवाइजरी जारी की गई थी कि बोइंग 737 विमान में जो फ्यूल स्विच वह अनजाने में मूव कर सकता है. एफएए ने दिसंबर 2018 में फ्यूल स्विच के मामले को उठाया था. यह एडवाइजरी बोइंग ड्रीमलाइनर के लिए भी जायज थी, लेकिन यह मैंडेटरी नहीं था. एएआईबी ने अपनी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में जो तथ्य सार्वजनिक किए हैं, उससे लगता है की एयर इंडिया विमान हादसा तकनीकी कारण से हुआ है और इसमें टेक्निकल प्रॉब्लम थी.

यह एक खराब सॉफ्टवेयर का केस हो सकता है. उनका कहना है कि इसमें ऐसा लगता है कि सॉफ्टवेयर का कॉनफ्लिक्ट है. कॉकपिट में फ्यूल स्विच को लेकर दोनों पायलट की बातचीत से लगता है कि यह ह्यूमन एरर का मामला नहीं है. ICAO के नियम के अनुसार AAIB को एक साल के अंदर अपनी फाइनल रिपोर्ट देनी होगी.
इस भीषण हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आई है, जो न सिर्फ चौंकाने वाली है, बल्कि भारत के एविएशन सिस्टम को लेकर कई सवाल भी खड़े करती है. यह रिपोर्ट विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (Aircraft Accident Investigation Bureau) ने तैयार की है.

रिपोर्ट में साफ हुआ है कि विमान के दोनों इंजन हवा में ही बंद हो गए थे. इसकी वजह ईंधन आपूर्ति नियंत्रित करने वाले फ्यूल कटऑफ स्विच का अचानक ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ मोड में चला जाना था. आइए अब इस जांच रिपोर्ट को 20 प्‍वाइंट्स में समझते हैं.

AI इमेज.

घटना की तारीख: 12 जून 2025, दोपहर 1:39 बजे (IST), अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरते ही हादसा.
फ्लाइट डिटेल्स: एयर इंडिया फ्लाइट AI171, Boeing 787-8 ड्रीमलाइनर (VT-ANB), गंतव्य – लंदन गैटविक.
यात्रियों की संख्या: कुल 242 लोग विमान में सवार – 230 यात्री, 10 केबिन क्रू और 2 पायलट.
मौतों की संख्या: विमान में सवार 241 की मौत, 67 लोग जमीन पर घायल, कुल 270 लोगों की जान गई.
इंजन फेलियर: टेकऑफ के सेकंड्स बाद दोनों इंजन बंद हो गए – फ्यूल कटऑफ स्विच ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ पर चला गया.
कॉकपिट संवाद: एक पायलट ने पूछा – किसने कटऑफ किया? दूसरे का जवाब – ‘मैंने नहीं किया.’
RAT एक्टिवेशन: Ram Air Turbine टेकऑफ के 10 सेकंड बाद एक्टिव हुआ – पावर और हाइड्रोलिक सप्लाई बंद हो गई थी.
इंजन रिस्टार्ट: दोनों स्विच दोबारा RUN पर आए, इंजन 1 चालू होने लगा, लेकिन इंजन 2 पूरी तरह फेल रहा.
मेडे कॉल (MayDay Call): 08:09:05 UTC पर पायलट ने तीन बार “MAYDAY” कॉल दी.
टक्कर: विमान अहमदाबाद के BJ मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकराया– इमारतें क्षतिग्रस्त.
मलबा विश्लेषण: इंजन, विंग, लैंडिंग गियर और नोज गियर के पुर्जे आसपास की इमारतों और पेड़ों से टकराकर बिखरे.
फ्लैप सेटिंग: फ्लैप हैंडल 5 डिग्री पर था– जो नॉर्मल टेकऑफ के लिए निर्धारित होता है.
ब्लैक बॉक्स डेटा: दो EAFR रिकॉर्डर में से एक जल गया, दूसरा सुरक्षित मिला – 2 घंटे का पूरा डेटा रिकॉर्ड.
पायलट प्रोफाइल: मुख्य पायलट (56 वर्षीय) के पास 8500+ घंटे का अनुभव, को-पायलट (32 वर्षीय) के पास 1100 घंटे.
इंजन इतिहास: LH इंजन 1 मई और RH इंजन 26 मार्च 2025 को बदले गए थे – GE GEnx इंजन थे.
FAA चेतावनी: 2018 में SAIB नोटिस आया था – फ्यूल कंट्रोल स्विच लॉकिंग को लेकर, लेकिन निरीक्षण अनिवार्य नहीं था.
ATC और मौसम: टेकऑफ अनुमति सामान्य थी, दृश्यता 6000 मीटर, तापमान 37°C – कोई मौसम संबंधी रुकावट नहीं.
स्पीड पैरामीटर: V1 = 153 Kts, Vr = 155 Kts, V2 = 162 Kts – टेकऑफ से पहले सब कुछ सामान्य.
फ्यूल क्वालिटी: जमीन से लिए गए ईंधन सैंपल जांच में सामान्य पाए गए.
जांच की स्थिति: अभी जांच जारी है – फ्यूल कंट्रोल सिस्टम, पायलट्स, मलबा और मेडिकल डेटा की गहन समीक्षा हो रही है.

अब तक की जांच से ये स्पष्ट है कि फ्यूल कटऑफ स्विच का अचानक बंद हो जाना और दोनों इंजनों का हवा में फेल हो जाना इस दुर्घटना की प्रमुख वजह है. अभी यह पता लगाना बाकी है कि ये स्विच कैसे खुद-ब-खुद ‘CUTOFF’ पर चले गए- तकनीकी गड़बड़ी या अन्य कारण? इस हादसे ने विमानन सुरक्षा, रखरखाव प्रक्रियाओं और FAA जैसे चेतावनियों को गंभीरता से लेने की जरूरत को उजागर कर दिया है.

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