कोल्हान विवि का दीक्षांत समारोह–समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के प्रति संवेदनशील रहें: राज्यपाल

चाईबासा कार्यालय, 26 नवंबर: केयू के दीक्षांत समारोह में झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने विद्यार्थियों के मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि आप आज केवल उपाधि नहीं बल्कि नई जिम्मेदारियां भी प्राप्त कर रहे हैं। याद रखिए, जीवन में सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। आपकी मेहनत, आपका ईमानदार प्रयास और आपका चरित्र ही आपको आगे ले जाएगा। आपसे अपेक्षा करता हूं जहां भी जाएं चाहे देश में, विदेश में या अपने गांव, समाज में झारखंड की पहचान, अपनी संस्कृति और अपने मूल्यों को गर्व के साथ आगे बढ़ाएं। समाज के कमजोर और वंचित वर्गों के प्रति संवेदनशील रहे, यही एक जिम्मेदार नागरिक की पहचान है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य केवल उपाधि प्राप्त नहीं, बल्कि चरित्र, विवेक और संवेदनशीलता का विकास है। शिक्षा मनुष्य को समाज और राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरित करती है। विद्यार्थी निरंतर सीखने की जिज्ञासा बनाए रखते हैं और अपने कौशल को निखारने के लिए तत्पर रहते हैं, वही आज के प्रतिष्पर्धी युग में श्रेष्ठता प्राप्त करते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों का दायित्व है कि वे गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा, शोध का वातावरण और नवाचार की संस्कृति स्थापित करें ताकि यहां से निकलने वाला प्रत्येक विद्यार्थी राष्ट्र का गौरव बढ़ा सके। आज का युग कौशल, तकनीक, दक्षता और नवाचार का युग है।
गवर्नर ने कहा- विश्वविद्यालय तभी महान बनता है जब उसके शिक्षक और विद्यार्थी दोनों ज्ञान और चरित्र निर्माण की दिशा में एक साथ चलते हैं। उन्होंने कहा कि उपाधि धारक छात्र-छात्राओं आप नई यात्रा की दहलीज पर खड़े हैं। जीवन में चुनौतियां आएंगी लेकिन हर चुनौती एक अवसर भी देती है। आत्मविश्वास बनाए रखें, सीखते रहें और हर कदम पर विनम्रता का पालन करें। सफलता हमेशा विनम्र होना सिखाती है और यह आवश्यक भी है। जिस इंसान के पास विद्या है वही झुकना भी जानता है और उसके अंदर अहंकार लेश मात्र भी नहीं दिखता है। जैसे कि आप किसी फलदार वृक्ष को देखिए। वृक्ष पर लगे फल इंसान के अंदर उपस्थित विद्या, ज्ञान, परोपकार और सहनशीलता के प्रतीक हैं। उन्होंने कोल्हान विश्वविद्यालय परिवार को उनके सतत प्रयासों के लिए बधाई देेते हुए आशा व्यक्त किया कि विश्वविद्यालय आने वाले समय में शिक्षा, अनुसंधान, नवाचार और सामाजिक योगदान के क्षेत्रों में और अधिक उत्कृष्टता प्राप्त करेगा। उन्होंने सभी उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। धन्यवाद। अपने स्वागत भाषण में कुलपति प्रो.डॉक्टरअंजिला गुप्ता ने कहा कि जिस मूल मंत्र को ध्यान में रखकर कोल्हन विश्वविद्यालय की स्थापना 2009 ईस्वी में की गई थी। उसे ध्यान में रखते हुए जनजातीय समुदाय के शैक्षणिक विकास एवं रोजगार के लिए निरंतर प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रोजगार परख शिक्षा, स्मार्ट बोर्ड एवं कक्षाओं की व्यवस्था विभागों एवं महाविद्यालय में की गई है, आगे भी नई शिक्षा नीति के अनुरूप शिक्षा एवं रोजगार के मध्य समन्वय का प्रयास जारी रहेगा। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के पत्रिका का विमोचन मुख्य अतिथि एवं अतिथियों द्वारा किया गया। राज्यपाल के पहुंचने पर विश्वविद्यालय परिवार द्वारा भव्य स्वागत किया गया। शोभायात्रा के साथ राज्यपाल को कार्यक्रम स्थल विश्वविद्यालय सभागार तक लाया गया। संचालन कुल सचिव द्वारा किया गया इस अवसर पर उपायुक्त चंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक अमित रेनू सहित विश्वविद्यालय परिवार एवं प्रशासनिक पदाधिकारी उपस्थित थे।

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